अंक ज्योतिष और ज्योतिष में लोग क्‍यों विश्वास करते हैं : सिद्धार्थएसकुमार

punjabkesari.in Friday, Jan 21, 2022 - 06:19 PM (IST)


गुडगांव ब्यूरो : भारत और दुनिया में हाल के कुछ दशकों से अंक ज्‍योतिष और ज्‍योतिष में भरोसा रखने वाले लोगों की संख्‍या तेजी से बढ़ी है। सिद्धार्थएसकुमार, फाउंडर, न्यूमेरोवाणी ने कहा कि इसके पीछे वजह है अंक ज्‍योतिष और इसके पीछे का वैज्ञानिक आधार। समय के साथ अंक ज्‍योतिष के द्वारा लगाए गए पूर्वानुमान जिस तरह से आगे चलकर सच साबित हुए, उसने अंक ज्‍योतिष को एक नया मुकाम देने का काम किया है। साथ ही लोगों का भरोसा भी जीता है।

लोग ज्योतिष और अंक ज्योतिष में विश्वास क्यों करते हैं?

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अंकज्‍योतिष को हमेशा से ये कहकर प्रचारित किया जाता रहा है कि इसका तो कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। ज्योतिष में विश्‍वास करना एक अंधविश्‍वास के समान है। लेकिन हकीकत ये हैं कि आज भी देश और दुनिया की एक बड़ी आबादी ज्‍योतिष में ना सिर्फ विश्‍वास करती है, बाल्‍कि समय के साथ उसका विश्‍वास पहले से कहीं और ज्‍यादा मजबूत हुआ है। जिसके पीछे संभावित कुछ कारण है। आइए उन कारणों पर हम एक नजर डालते है।

भविष्य के प्रति बढ़ती अनिश्चितता-: आज हर कोई जानना चाहता है कि उसके जीवन में अगले पल क्‍या होने वाला है। अगला साल या अगला महीना उसका कैसा गुजरने वाला है। यदि उसमें कुछ बुरा होने वाला है, तो क्‍या उसका कोई समाधान है। जिससे वो उसे होने से रोक सकता है। खासतौर इस कोरोनाकाल के इस दौर में में हर कोई अपने भविष्‍य के लिए संशय में रहता है। उसके इन सवालों के जवाब देश के वैज्ञानिक और रिसर्च लैब में नहीं खोजे जा सकते। इसका एक मात्र रास्‍ता है ज्‍योतिष। जो कि सदियों से हमारे देश में जाना पहचाना नाम है।

भविष्‍य के सवालों के जवाब जानने की बढ़ती जिज्ञासा-: कैसा हो यदि आपको पहले ही पता चल जाए कि आपका बिजनेस कब तरक्‍की करेगा, आपके घर में होने वाला कलेश कब खत्‍म होगा, आपका विवाह कब होगा। संभवत जीवन से जुड़े इन सवालों के जवाब कोई नहीं जानता। परन्‍तु जानना हर कोई चाहता है। यही वजह है कि आज लोग इन सवालों के जवाब पाने के लिए ज्‍योतिष की तरफ बड़ी उम्‍मीद भरी नजरों से देखते हैं। समय के साथ ये दायरा और ज्‍यादा बड़ा होता गया है। आज आम लोगों के साथ बड़े बड़े राजनेता और अभिनेता भी भी ज्‍योतिष के माध्‍यम से अपने आने वाले समय को जानना चाहते हैं। ताकि उनका नाम और ज्‍यादा बड़ा हो सके।

आसानी से लक्ष्य हासिल करने की होड़ -ज्‍योतिष और अंकशास्‍त्र दोनों ही एक दूसरे के समपूरक हैं। ये लोगों को बताते हैं कि उनके भविष्‍य में क्या होने वाला है। इस तरह से यदि लोगों को अपने भविष्‍य के बारे में पहले ही पता लग जाता हैं तो वो समय से पहले ही सावधान हो जाते हैं। ये सावधानी ठीक उसी तरह की होती है जैसे कि गाड़ी में तेल खत्‍म होने वाला हो तो हमें उसके मीटर के माध्‍यम से हमें पहले ही पता चला जाता है और तुरंत हम तेल भरवा लेते हैं। इसी तरह जब ज्‍योतिष के माध्‍यम से लोगों को अपने लक्ष्‍य के बीच आने वाली बाधाओं का पहले से पता चल जाता है। तो वो उससे जुड़े एतिहात पहले से शुरू कर देते हैं। जिससे उनकी कठिनाई तो ख्‍त्‍म हो ही जाती है साथ ही वो अपने लक्ष्‍य को भी आसानी से हासिल कर लेते हैं। अंत में आपने जाना कि आज किस तरह से लोगों का ज्‍योतिष के प्रति रूझाान तेजी से बढ़ा है। साथ ही आज लोगों का ज्‍योतिष में भरोसा क्‍यों और भी मजबूत हुआ है। क्‍योंकि लोगों को इस बात का आभास होने लगा है कि ज्‍योतिष भी अपनी भविष्‍यवाणी को बताते समय कुछ बातों को आधार बनाते हैं। इसीलिए उनकी बताई गई ज्‍यादातर बातें सच की कसौटी पर खरा साबित हो पाती हैं और लोग ज्‍योतिष में यकीन करते हैं।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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