औद्योगिक क्षेत्रों में जोरदार बिजली संकट: पवन यादव

punjabkesari.in Tuesday, Apr 19, 2022 - 08:17 PM (IST)


गुडग़ांव ब्यूरो: गुरुग्राम व मानेसर  औद्योगिक क्षेत्रों में जोरदार बिजली कटौती से उद्योगों पर गहरा असर पड़ रहा है। सबसे ज्यादा असर मानेसर, गुरुग्राम व बिनौला के औद्योगिक क्षेत्र इससे प्रभावित हुए है।  बिजली कटौती से उद्योगों पर पड़ रहे गहरे प्रभाव को देखते हुए मंगलवार को आईएमटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन बिजली निगम के आला अधिकारियों से मिला। इस मुलाकात के दौरान तकरीबन एक दर्जन से अधिक उद्यमियों ने अपनी समस्याएं बिजली निगम के अधिकारियों के समक्ष रखी। जिसमें कहा गया कि उद्योग क्षेत्र में छह से 8 घंटे की कटौती की जा रही है।


बैठक में आईएमटी मानेसर के अधीक्षक अभियंता मनोज यादव, कार्यकारी अभियंता राहुल सांगवान व एसडीओ मानेसर गौरव दहिया से मुलाकात की। इस मुलाकात में विभिन्न समस्याओं व उसके निदान आदि को लेकर चर्चा की गई। उद्यमियों को बिजली कटौती की शिकायत अधीक्षक अभियंता मनोज यादव जी ने माना। उन्होने कहा गर्मियों में बिजली की आपूर्ति कम होने से सप्लाई प्रभावित होती है। मनोज यादव ने यह भी कहा जब तक बारिश नहीं होगी उद्यमियों को समस्या को सामना करना पड़ेगा। हालांकि उन्होने यह भी आश्वासन दिया कि आगामी 6 माह में स्काडा सिस्टम चालू हो जाएगा। जिसके बाद ब्रेकडाउन पहले की अपेक्षा कम होगें। यादव ने बताया दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम (डीएचबीवीएन) गुजरात के बाद देश में सर्विस में नंबर दो पर हैं। डीएचबीवीएन के  रिकॉर्ड के हिसाब से अगर गर्मियों की बिजली की आपूर्ति को छोड़ दे तो 24 घंटे में से 23 घंटे 52 मिनट रेगुलर सप्लाई दी जा रही है। वही देर तक चली इस बैठक में पवन यादव, अध्यक्ष आईएमटी मानेसर ने बिजली संबंधित सभी समस्याओं से अवगत कराया।

उन्होंने कहा है कि मानेसर एरिया में कुछ स्टाफ  की भी कमी है वह पूरी की जाए। यादव ने पहले भी पुराने आईएमटी के बिजली के पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर के बदलने पर जोर दिया था। जिसके जवाब में मनोज यादव ने कहा 10 करोड़ का टेंडर किया हुआ है। मानेसर के पुराने सभी चैनल बहुत जल्द बदल दिए जाएंगे। पवन यादव ने अधिकारियों के समक्ष जोरदार तरीके से बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग रखी। उन्होने कहा उद्योगों को इससे भारी नुकसान हो रहा है। जबकि उद्योग क्षेत्र ‘नो कट जोन’ में आते है। इसके अलावा डीजल सहित अन्य ईंधन बेहद मंहगें हो गए है। बिजली नही होने पर जनरेटर चलाना उद्योगों के लिए अतिरिक्त भार होगा। इस अवसर पर दर्जनो उद्यमी व स्थानीय लोग बैठक में शामिल हुए। 
 


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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