बॉलीवुड लेखिका विष्णु प्रिया सिंह ने कहा महिलाओं की स्थिति आज भी गंभीर

punjabkesari.in Thursday, Apr 25, 2024 - 09:12 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो: कुछ लोग ज्ञान और कला सीखते हैं और कुछ लोगों में यह जन्म से ही पाई जाती है. नोएडा की 23 वर्षीय लेखिका विष्णुप्रिया सिंह ने विभिन्न क्षेत्रों में अपना नाम कमाया है. 18 वर्ष की उम्र में इस युवा लड़की ने अपनी पहली पुस्तक The Hundred Bucks (2019) में लिखी. पुस्तक प्रकाशन के बाद यह बहुत प्रचलित हुई और 2020 में इस पुस्तक पर आधारित बॉलीवुड फिल्म बनी यह फिल्म न केवल सिनेमाघर में बल्कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी ट्रेंडिंग रही।

 

 

विष्णुप्रिया सिंह मुख्य रूप से महिलाओं के संघर्ष और सशक्तिकरण पर एक मजबूत प्रकाश डालती है."द हंड्रेड बक्स" और "द लास्ट लाफ ऑफ लीला" दोनों ही पुस्तकों ने मुख्यतः महिला सशक्तिकरण शैली में अपने प्रभावशाली विचारों से लोगों को प्रभावित किया है. बातचीत के दौरान लेखिका ने बताया कि न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र बल्कि शहरों में भी महिलाओं को अपने कार्यों और विचारों को रखने के लिए आज भी पूरी तरह स्वतंत्रता नहीं मिली है, और यही कारण है कि महिलाओं की स्थिति आज भी गंभीर है।

 

 

Vishnupriya Singh अब तक तीन पुस्तक लिख चुकी है The Hundred Bucks (2019), The Last Laugh Of Leela (2023), Indrani: The Unsung Divine Warrior (2024). हाल ही में बॉलीवुड फिल्म लाल अयोध्या की घोषणा हुई. आपको बता दें कि इस फिल्म में भी विष्णुप्रिया सहयोगी लेखक के रूप में स्क्रीनप्ले और डायलॉग लिख रही है. इसके अलावा उन्होंने पहले पहले भी टीवी सीरियल सुनो पार्थ, द स्टार ग्रेजर्स ऑफ़ इंडिया ,DC टॉक शो इत्यादि के लिए लेखन का कार्य किया है।

 

बतौर पुस्तक लेखिका और बॉलीवुड लेखक के अलावा विष्णुप्रिया राजनीतिक विश्लेषण के लिए अनेक समाचार टेलीविजन चैनलों पर देखी जा सकती है. इस युवा लड़की ने समाचार मीडिया जगत में एक राजनीतिक विश्लेषक के रूप में भी पहचान हासिल की है.बॉलीवुड फिल्म उद्योग और राजनीतिक विश्लेषण की दुनिया में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए जानी जाने वाली बहुमुखी भारतीय लेखिका विष्णुप्रिया सिंह अपने साहित्यिक करियर में एक रोमांचक बदलाव के लिए तैयार हैं।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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