पिता प्रताप चिखलीकर लोकसभा में गए तो बेटी प्रणिता देवरे चिखलीकर के राजनीति की राह आसान, क्या है नांदेड़ का सियासी गणित?
punjabkesari.in Thursday, Sep 21, 2023 - 06:34 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें मिलीं। मोदी लहर में जीत हासिल कर अशोक चव्हाण दिल्ली की राजनीति में लौटे। लेकिन 2019 की लहर में अशोक चव्हाण नांदेड़ सीट बरकरार रखने में नाकाम रहे। यहां वंचित को कांग्रेस से बड़ा झटका लगा और बीजेपी के प्रतापराव चिखलीकर निर्वाचित हुए। फिलहाल नांदेड़ में अशोक चव्हाण और प्रतापराव चिखलीकर के बीच खींचतान चल रही है।
आगामी चुनाव में अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया चव्हाण के नाम की चर्चा हो रही है। जब भारत जोड़ो यात्रा नांदेड़ आई तो अशोक चव्हाण ने श्रीजया की राजनीति में एंट्री कराई। वह अपने बर्थडे पोस्टर की वजह से भी सुर्खियों में आई थीं। राजनीतिक चर्चा यह चल रही है कि श्रीजया चव्हाण भोकर या नांदेड़ उत्तर सीट से चुनाव लड़ेंगी। जबकि भोकर विधानसभा से अशोक चव्हाण लोकसभा में गए, उनकी जगह लेने के लिए श्रीजया के नाम की जांच की गई है।
उधर, बीजेपी सांसद प्रतापराव चिखलीकर ने भी अपनी बेटी को विधानसभा भेजने का फैसला किया है। प्रताप पाटिल चिखलीकर की बेटी प्रणिता पाटिल देवरे को विधायक बनाने की शुरुआत हो गई है। उन्हें नांदेड़ दक्षिण या लोहा कंधार से टिकट दिए जाने की संभावना है। प्रणिती पाटिल ने जिला परिषद के जरिए राजनीति में कदम रखा है। प्रणिती पाटिल जनसंपर्क बढ़ाकर संगठनात्मक स्तर पर ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। अगर पिता लोकसभा में जाते हैं तो उनकी बेटी की राजनीतिक शुरुआत की राह आसान हो जाएगी। ऐसी चर्चाएं फिलहाल राजनीतिक गलियारों में चल रही हैं