Haryana Assembly Election: बागियों को मनाने में जुटे दिग्गज, BJP-CONGRESS के पक्ष में18 उम्मीदवारों ने छोड़ा मैदान

punjabkesari.in Tuesday, Oct 01, 2024 - 01:36 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनाव के दौरान यह पहला मौका है, जब किसी भी राजनीति दल की ओर से सभी 90 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े नहीं किए गए हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में केवल भारतीय जनता पार्टी की ओर से ही सभी 90 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे गए हैं। इसके अलावा 12 सीटों पर जेजेपी-एएसपी, 4 सीट पर इनेलो-बसपा, 2 सीटों पर आप और एक-एक सीट पर कांग्रेस व भाजपा का कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं है।

इस बार के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की भी कमी नहीं है। दोनों की दलों में टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत कर दर्जनों की संख्या में नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था। इनमें से 13 सीटों से 18 प्रत्याशी अब तक चुनावी मैदान से हट चुके हैं। इनमें 8 प्रत्याशियों ने कांग्रेस, 7 ने बीजेपी और 1 प्रत्याशी ने इनेलो के समर्थन में निर्दलीय और पार्टी प्रत्याशियों ने मैदान छोड़ दिया है। 

पानीपत ग्रामीण में निर्दलीय प्रत्याशी विजय जैन के समर्थन में निर्दलीय चुनाव लड़ रही दीप्ती ने मैदान छोड़ दिया है। इसी प्रकार से पुन्हाना से इनेलो-बसपा प्रत्याशी दयावती भड़ाना पिछले 10 दिनों से चुनाव प्रचार से गायब है। नांगल चौधरी में कांग्रेस को आप व हजपा प्रत्याशी ने समर्थन दिया है। इसके अलावा नीलोखेड़ी, पुंडरी, नलवा, आदमपुर और पृथला विधानसभा सीट पर 8 प्रत्याशियों ने कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में मैदान छोड़ दिया है। 

इसके अलावा सोहना, फरीदाबाद, फरीदाबाद एनआईटी, फतेहाबाद और गोहाना सीट से 6 प्रत्याशियों ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में मैदान छोड़ दिया है। कलायत में इनेलो प्रत्याशी के पक्ष में निर्दलीय ने मैदान से अपना नाम वापस ले लिया है। इसके अलावा हिसार में पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा ने निर्दलीय चुनाव लड़ रही सावित्री जिंदल को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। बादली से बसपा प्रत्याशी ने खुद ही अपना नामांकन वापस ले लिया था। इस दौरान अपने अगले कदम की कोई जानकारी नहीं दी थी।

चुनाव के अंतिम समय में जेजेपी ने आजाद को दिया समर्थन
विधानसभा चुनाव के प्रचार को खत्म होने में अब महज तीन दिन का समय ही बचा है। ऐसे में पृथला विधानसभा सीट पर जेजेपी और एएसपी पार्टी ने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे दीपक डागर को समर्थन देने का ऐलान किया है। हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और आजाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात के दौरान दीपक डागर ने चुनाव जीतने के बाद गठबंधन को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। 

बागियों को मनाने में जुटे दिग्गज
2024 के इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज पार्टी के बागी नेताओं को मनाने में जुटे हैं। इनमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडोली ने कई स्थानों पर बागी नेताओं को मनाने का काम किया। इनमें सोहना से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सुभाष, गोहाना से अरुण निनानिया, फतेहाबाद में विश्वामित्र, फरीदाबाद एनआईटी से राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी, फरीदाबाद से आप नेता प्रवेश मलिक और पानीपत ग्रामीण से रमेश ने बीजेपी प्रत्याशियों को समर्थन देने की घोषणा की।
इसी प्रकार से कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में कईं नेताओं को मनाने का काम किया। इनमें पुंडरी से रणधीर गोलन, सुनीता बातान, नलवा से रविंद्र मगाली, आदमपुर में रेणु चहल, नांगल चौधरी से आप प्रत्याशी डॉ. गोपीराम गुर्जर, हजपा से भजनलाल, नीलोखेड़ी से मागू गोंदर, पृथला से जेजेपी प्रत्याशी गिर्राज जटोला ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की।
इसके अलावा कलायत में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे सलिंद्र राणा ने इनेलो सुप्रीम ओम प्रकाश के कहने पर पार्टी उम्मीदवार के रामपालमाजरा के पक्ष में मैदान छोड़ दिया। बता दें कि वह पहले इनेलो में रह चुके हैं। 

3 अक्टूबर को बंद हो जाएगा चुनाव प्रचार
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए किया जा रहा प्रचार 3 अक्टूबर की शाम को बंद हो जाएगा। प्रदेश में 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को मतगणना के बाद चुनावी परिणाम घोषित किए जाएंगे। ऐसे में मतदान से पहले हर प्रत्याशी और दल की ओर से रुठों को मनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

 


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Content Writer

Isha

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