ट्रीटमेंट प्लांट में मोटर निकालने उतरे 2 कर्मचारी, जहरीली गैस के चढ़ने से हुई दोनों की मौत

punjabkesari.in Saturday, Sep 10, 2022 - 07:44 PM (IST)

रोहतक (दीपक भारद्वाज) : आए दिन सीवरेज सिस्टम तथा वाटर टैंकों में हो रहे हादसों से प्रशासन सबक नहीं ले रहा है। इन टैंकों व सीवरेज सिस्टम की सफाई करने के लिए जो उपकरण सफाई कर्मचारियों को दिए जाने चाहिए वह उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जा रहे है। गैस की वजह से बहुत से मजदूर अपनी जान गवा चुके हैं। आज फिर अधिकारियों की लापरवाही के चलते दो मजदूरों की जान चली गई क्योंकि उन्हें जबरदस्ती बिना सुरक्षा उपकरणों के टैंक में उतार दिया गया। रूपक तथा देवेंद्र गैस की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। यही नहीं रूपक की तो दो महीने बाद ही शादी होनी थी।

मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि रोहतक जिले के अटायल गांव के रहने वाले रूपक व देवेंद्र आईएमटी स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में ठेकेदार के पास मजदूरी करते थे। आज सुबह लगभग 10:00 बजे अधिकारियों ने रूपक को कहा कि ट्रीटमेंट प्लांट के टैंक से मोटर उतार ली है इसलिए नीचे जाकर वह यह काम करें। रूपक ने विरोध किया तो उसे नौकरी से बाहर निकालने की धमकी दी गई। रूपक जैसे ही वाटर टैंक के अंदर गया तो गैस की चपेट में आ गया और तुरंत ही बेहोश होकर पानी में जा गिरा और उसकी मौत हो गई। 

वहीं इसके बाद देवेंद्र को भी जबरदस्ती टैंक में उतार दिया गया और उसे भी कोई सेफ्टी उपकरण नहीं दिया गया। देवेंद्र भी नीचे जाते ही गैस की चपेट में आ गया और बेहोश होकर टैंक में गिर गया और उसकी भी मौत हो गई। लगभग एक घंटे तक जब कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा तो वहां पर परिजनों और कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया। जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल के साथ-साथ एसडीएम रोहतक राकेश सैनी भी मौके पर पहुंचे और शवों को टैंक से बाहर निकालने के प्रयास शुरू कर दिए। आखिर पांच घंटे बाद शवों को बाहर निकाला गया। 

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Content Writer

Manisha rana

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