कोई भी काम हवाबाजी में नहीं हो रहा, हरियाणा में बुधवार शाम तक पहुंचेगी 205 टन ऑक्सीजन: मेहता

punjabkesari.in Tuesday, May 04, 2021 - 03:14 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक और राहत भरी खबर है। आज ट्रेन से राउरकेला से फरीदाबाद में 41.74 टन ऑक्सीजन की खेप प्रदेश में पहुंच गई। वहीं दूसरी खेप बुधवार 5 मई को 163.17 टन ऑक्सीजन के साथ शाम 6-35 बजे फरीदाबाद पहुंचेगी। ट्रेन टाटा स्टील कंपनी की ओर से फरीदाबाद पहुंचेगी। सीएम खट्टर के प्रिंसिपल मीडिया एडवाइजर विनोद मेहता ने इस संबंध में सूचनी दी है। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों के हरियाण पहुंचने पर यहां ऑक्सीजन की बंपर सप्लाई होगी। हरियाणा को बुधवार शाम तक 204.91 टन ऑक्सीजन की सप्लाई मिलने से हरियाणा में आई बेहद दिक्कत दूर होगी।

मेहता ने कहा कोरोना काल के इस समय भी प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद फील्ड में हैं और मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रदेश में कालाबाजारी का खेल चल रहा है। काफी प्राइवेट अस्पताल भी लोगों मे फैले इस पैनिक का फायदा उठा रहे हैं। मोटी रकम वसूली जा रही है। हमें जानकारी है कि आईसीयू के नाम पर लोगों से बड़ी डिमांड की जा रही है। जबकि आईसीयू की जरूरत बड़े ही रेयरेस्ट पेशेंट को होती है। जबकि सीसीयू में भी पेशेंट की उतनी ही केयर हो सकती है, लेकिन जब किसी भी चीज की डिमांड बढ़ती है तो हर कोई फायदा उठाने की कोशिश करता है, लेकिन सरकार सोई नहीं हुई। 

trains will reach oxygen consignment in haryana today

उन्होंने कहा कि आज कल तक ऑक्सीजन की कमी पूरी हो जाएगी। सरकार का टारगेट जल्द ही सभी सरकारी अस्पतालों जो अंडर यूटिलाइज्ड हैं, उनमें ऑक्सीजन ज्यादा से ज्यादा दें। ताकि सरकारी अस्पतालों का लोग ज्यादा फायदा उठाएं। जिससे सरकारी अस्पतालों में बेडिंग मिलनी शुरू हो जाएगी। तो यह डिमांड और सप्लाई का चेन सामान्य हो जाएगा। प्राइवेट अस्पताल अपने आप रेट घटा देंगे। 

मेहता ने कहा कि इंजेक्शनों की कालाबजारी के हालात दहशत की वजह से पैदा हुए हैं। बहुत से मरीज ऐसे हैं जिन्हें उन इंजेक्शनों की जरूरत भी नहीं है। इन इंजेक्शनों के बहुत बुरे साइड इफेक्ट हैं और यह बहुत कम इस्तेमाल किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि पटना के नालंदा अस्पताल ने तो एक सर्कुलर ही निकाल दिया कि रेमडेसीविर इंजेक्शन लिखना ही नहीं है। यह कोरोना में फायदा नहीं देता है। कल मुख्यमंत्री ने फिर भी कई ऐसी कंपनियों से बात की है, जो इस इंजेक्शन की मात्रा को सप्लाई को बढ़ा सकती हैं।

PunjabKesari, Haryana

मेहता ने बताया कि हिसार में जिंदल स्टील फैक्ट्री के पास अस्पताल बनाया जा रहा है। जिंदल स्टील फैक्ट्री के पास अपना ऑक्सीजन प्लांट है लेकिन दूर तक इसे ट्रांसपोर्ट करना आसान नहीं है। इसलिए उसके पास ही टेंपरेली अस्पताल बनाया जा रहा है ताकि ऑक्सीजन को लिक्विड ऑक्सीजन में कन्वर्ट करके पाइप लाइन से सीधा टेंपरेरी अस्पताल में भेज दिया जाए। 

मेहता ने कहा कि कोई भी काम हवाबाजी में नहीं हो रहा। अस्पताल को सारा इंफ्रास्ट्रक्चर, डॉक्टर, नर्सिंग और सभी प्रकार के इक्विपमेंट चाहिये। इन सभी इंतजामों को ख्याल में रखकर यह बनाए जा रहे हैं। टेंपरेरी अस्पतालों में जो आर्मी के डॉक्टर फ्री बैठे हुए हैं, जो अवेलेबल हैं, जिन्होंने ऑफर किया है और जो नर्सिस हमारी अंडर ट्रेनिंग हैं, दो-तीन दिन का क्रैश कोर्स करवा कर उन्हें उतारेंगे। पेशेंट की सभी जरूरतों को पूरा करने की हमारी कोशिशें रहेंगी।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static