35 सदस्यों ने मुस्लिम धर्म छोड़ अपनाया हिन्दू धर्म, आस्था के साथ धारण किया जनेऊ

punjabkesari.in Wednesday, Sep 30, 2020 - 05:33 PM (IST)

नरवाना (गुलशन चावला):  उपमंडल के गांव धमतान साहिब में रह रहे 6 मुस्लिम परिवारों के 35 सदस्यों ने हिंदू धर्म में आस्था जताकर जनेऊ धारण कर लिया ।   इन परिवारों ने हिंदू धर्म की बहुत से रीति रिवाजों को पहले से अपना लिया था ,शादी में फेरे लेमे व वरमाला डाली जाती थी लेकिन मृतकों को अभी भी दफनाया ही जाता था। मगर अब इन परिवारों ने 350 साल पहले शुरू की गई इस परंपरा को भी बदलने का फैसला लिया ।  परिवार के सदस्यों ने बताया कि उनके पूर्वज हिन्दू ही थे और दबाव व दमन के कारण उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाना पड़ा था। पर कई वर्षों से उनके परिवार में हिन्दू रिति-रिवाजों से ही रहन-सहन हो रहा था। आखिरकार उन्होंने वापस सनातन धर्म अपनाने का फैसला किया। उधर इन परिवारों की इस घोषणा के बाद गांंव के अन्य हिन्दू परिवारों ने उनका स्वागत करते हुए इसे घर वापसी बताया।

गौरतलब है कि बुधवार को धमतान साहिब गांव में हिन्दू धर्म के अनुसार हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें नजीर पुत्र पीरदीन वासी धमतान के पांच परिवार व जंगा पुत्र सरपु के परिवार ने दादा खेेडा धमतान में यज्ञ करके हिन्दु धर्म अपनाया है। यज्ञ के दौरान ही सभी 35 सदस्यों ने जनेऊ धारण किया है। मुस्लिम समाज से हिन्दू धर्म अपनाने वाले बलजीत पुत्र नजीर ,सदीक, दिनेश पुत्र नजीर, राजेश पुत्र नजीर ,सतबीर पुत्र नजीर व जंगा पुत्र सरपु ने कहा कि बिना किसी दबाव के स्वेच्छा से हम सभी परिवारों ने मिलकर यह निर्णय लिया। हमारे पूर्वज सनातनी ही थे।  एक काल खंड में सत्ता आदि के दबाव में वो दूसरे मार्ग पर चल पड़े थे।

आज हम सभी खुशी से वैदिक सनातन धर्म मे आस्था जताते हुए पुन: घर वापसी को उद्दत है। हमने स्वयं गांव के सामने इच्छा जताई और ग्राम पंचायत व ग्रामीणों ने हमारा हिन्दू धर्म में स्वागत किया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि परिवार में मुस्लिम और हिंदू दोनों ही धर्मों की मिलीजुली संस्कृति देखने को मिलती थी। परिवार में बहुत से सदस्यों के नाम हिंदू हैं। होली दिवाली और नवरात्रि आदि त्योहार भी मनाते आ रहे हैं। मगर मृतकों को दफ नाने की परंपरा को लेकर मुस्लिम ही समझा जाता था। इस अवसर पर गांव के सरपंच जयपाल, पंचायत सदस्य, पुरुषोत्तम शर्मा, राजेन्द्र सहित गांव के मौजिज व्यक्ति उपस्थित रहे।


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Isha

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