कोरोना के मामले बढऩे पर 9 गांव कंटेनमेंट जोन व 27 गांव बफर जोन घोषित

punjabkesari.in Monday, Apr 06, 2020 - 11:30 PM (IST)

कोरोना पॉजिटिव मामलों की बढ़ोत्तरी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा हथीन क्षेत्र के 9 गांवों को कंटेनमेंट जोन घोषित व साथ लगते 27 गांव बफर जोन घोषित किए गए हैं। कंटेनमेंट व बफर जोन में आने वाले सभी गांवों की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। 

जिला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने बताया कि अब तक जिले में तबलीगी जमात से जुड़े 24 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। जिन्हें नूंह के नल्हड़ मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया गया है। जो लोग पॉजिटिव हैं वो बंगलादेश, तेलंगाना, बिहार, वेस्ट बंगाल, कर्नाटक,चेंन्नई, उत्तरप्रदेश व हरियाणा के पलवल के हथीन क्षेत्र के रहने वाले हैं। ये सभी लोग जमाती हैं, जो निजामुद्दीन से जमात करने के बाद पलवल के हथीन क्षेत्र के गांवों में पहुंच गए थे।

कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्र 


इसके चलते 9 गांवों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जिनमें हथीन क्षेत्र के गांव कोट, घुडावाली, लखनाका, बाबुपुर हथीन, जलालपुर, गुराकसर, आलीमेव, पहाड़पुर और उटावड़ है। कंटेनमेंट जोन के साथ लगते 27 गांव बफर जोन घोषित किए गए हैं, जिनमें गांव पावसर, रनियाला खुर्द, खिल्लूका, नागल जाट, रूपनगर नाटोली, हुड़ीथल, गोहपुर, कुकरचाटी, बुराका हथीन, बिघावाली, धीरनकी, घिंगड़ाका, मीरका, रूपड़ाका, चिल्ली, मालपुरी, मालूका, टोंका कुमरेहड़ा, मलाई, आली ब्राहमण, अंधोप, खाइका, भूडपुर, जराली, मनकाकी व लड़माकी आदि शामिल हैं।
 

कंटेनमेंट जोन है क्या 

जहां कोरोनोवायरस के सकारात्मक मामले पाए जाते हैं। ऐसे क्षेत्रों में वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए सख्त आंदोलन प्रतिबंध लगाए गए हैं। ज़ोन की परिकल्पना रोग के स्थानीय संचरण को मैप करने और छूत को फैलने से रोकने के लिए की गई है।


सभी गांवों की सीमाएं सील

कंटेनमेंट व बफर जोन में आने वाले सभी गांवों की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। हथीन, बहिन व उटावड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत 31 पुलिस नाके भी लगाए गए हैं, ताकि लोगों की आवाजाही पर पूर्णतय: रोक लगाई जा सके। सख्ताई से लॉकडाउन व घरों से बाहर ना निकलने की ज्यादा से ज्यादा पालना हो सके। इसके साथ इन गांवों में स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा घर-घर जाकर स्क्रीनिंग व थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। इस दौरान उनके साथ पुलिस के कर्मचारी भी मौजूद रहते है। जिससे की स्वास्थ्य विभाग की टीम को इस दौरान किसी तरह की कोई समस्या का सामना ना करना पड़े। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Shivam

Recommended News

Related News

static