जीटी रोड बेल्ट पर् ज्यादा बढ़ेंगी  विभिन्न राजनीतिक दलों की गतिविधियां

punjabkesari.in Thursday, May 05, 2022 - 11:16 AM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा के अंदर विभिन्न राजनीतिक दलों की गतिविधियां आगामी दिनों में जीटी रोड बेल्ट पर् ज्यादा रहने वाली है। जीटी रोड बेल्ट अंबाला से लेकर सोनीपत तक आने वाले विधानसभा सीटों पर हरियाणा के अधिकांश राजनीतिक दलों की राजनीति फोकस होने वाली है। आने वाले दिनों में दिल्ली के  मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी के बड़े नेता अरविन्द केजरीवाल 29 मई को जनसभा करने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता योगेश्वर शर्मा के अनुसार इस जनसभा के अंदर 1 लाख  से अधिक लोग आएंगे तथा जीटी रोड पर यह आयोजन किया जाएगा।  हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने उदय भान के द्वारा कार्यभार संभालने से पहले नेता प्रतिपक्ष दीपेंद्र भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके पुत्र राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा तथा कांग्रेस के विधायकों सहित जीटी रोड पर जगह-जगह भव्य स्वागत होना इस राजनीति की शुरुआत माना जा रहा है। जीटी रोड पर फोकस सभी राजनीतिक दल इस एंगल से भी करने जा रहे हैं कि यहां जितनी ज्यादा सीटें किसको मिलेंगी वेदर इतनी जल्दी सत्तासीन होगा।


 जीटी रोड बेल्ट पर ज्यादातर विधानसभा सीटें परंपरागत गैर जाट समुदाय से संबंधित वर्गों की मानी जाती हैं। 2014 के विधानसभा चुनावों में जीटी रोड बेल्ट पर पूर्णतया भाजपा के अधिकांश विधायक जीते थे। चंडीगढ़ मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए जीटी रोड बेल्ट का विश्वास अर्जित करने के लिए कांग्रेस ने जहां उदय भान के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उनके स्वागत का जगह-जगह इंतजाम जीटी रोड पर किया गया। सन 2014 की बजाय 2019 में भाजपा जीटी रोड बेल्ट पर काफी सीटों पर चुनाव हारी।  भाजपा के दिग्गज नेता हरियाणा के गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अंबाला छावनी से तथा अंबाला शहर से असीम गोयल चुनाव जीते। शाहबाद मारकंडा से कृष्ण बेदी चुनाव हारे। इसके अलावा थानेसर सीट से सुभाष सुधा जीत कर आए। भाजपा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल करनाल से खुद चुनाव जीते नीलोखेड़ी विधानसभा सीट इसे भाजपा म्मीदवार चुनाव हार गए। जीटी रोड के साथ लगती कई विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां भाजपा के उम्मीदवार पराजित हुए। सोनीपत विधानसभा सीट से भाजपा के मंत्री रही कविता जैन चुनाव हारी। भाजपा का भी विशेष फोकस आने वाले दिनों में निसंदेह जीटी रोड बेल्ट को मजबूत करने पर रहेगा।जी टी रोड पर पिछली सरकार में भजपा के  कविता जैन ,कर्णदेव कम्बोज ,कृष्ण बेदी,कृष्ण लाल पँवार मंत्री थे | इस बार भजपा के मुख्यमंत्री -मनोहरलाल व् अम्बाला छावनी से गृह व् स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जगाधत्री से कँवर पाल गुज्जर ही ऐसे चेहरे हैं जो मंत्री मंडल में हैं | इनके इलावा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता पंचकूला से हैं | 

सूत्रों के अनुसार भजपा संगठन के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ,हरियाणा प्रभारी -विनोद तावड़े व् मुख्यमंत्री -मनोहरलाल की भी पैनी निगाहें जी टी रोड बैल्ट पर हैं | हाल ही में पानीपत में गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व समागम में मुख्यमंत्री  मनोहर लाल ने गुरु साहिब के त्याग और बलिदान को याद करते हुए कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने पानीपत की ऐतिहासिक धरती पर आयोजित हुए समागम स्थल का नाम श्री गुरु तेग बहादुर के नाम पर करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त जिस रास्ते से गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी आई, उस रास्ते का नामकरण भी श्री गुरु तेग बहादुर मार्ग रखे जाने का ऐलान किया। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि यमुनानगर में बनने जा रहे सरकारी मेडिकल कॉलेज का नाम भी श्री गुरु तेग बहादुर के नाम पर रखा गया| 

चर्चा है की हरियाणा में अन्य राजनैतिक दलों की गतिविधियों के बढ़ने पर भजपा भी आने वाले दिनों में जी टी रोड पर अपने कई विधायकों को राजनैतिक ताकत दे मजबूती प्रदान करने पर मंथन कर सकती है | ऐसी भी चर्चा है की दूसरी बार लगातार जीत कर  आने वालों को भजपा विधायकों को तवज्जो दे सकती है | जी टी रोड पर यमुनानगर से घनश्याम दास ,अम्बाला शहर से असीम गोयल ,पानीपत शहरी से प्रमोद विज ,ग्रामीण से माहि पाल ढांडा ,घरौंडा से हरविंदर कल्याण ,इंद्री से राम कुमार कश्यप ,थानेसर से सुभाष सुधा,गन्नौर से महिला विधायक निर्मल चौधरी  राई से  विधायक मोहन लाल बड़ोली में से किसको क्या मिलेगा , यह भविष्य के गर्भ में है | नेता प्रतिपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा के सूत्रों का भी कहना है की उनका विशेष फोकस जी टी रोड बेल्ट पर ही रहेगा | जाट बाहुल्य क्षेत्रों में उनकी शुरू से पैठ बनी हुयी है | अब वः आने वाले दिनों में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदय बहन के साथ कांग्रेसी नेता व् पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा के साथ सक्रियता बड़ा सकते हैं | 
 


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Content Writer

Isha

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