धड़ल्ले से चल रहा मिलावटी दूध का धंधा, लिवर और किडनी के लिए हो सकता है खतरनाक

punjabkesari.in Friday, Aug 07, 2020 - 10:11 AM (IST)

पलवल (बलराम गुप्ता) : हम सभी अपने बच्चों को बचपन से ही दूध पीने की सलाह देते हैं क्योंकि दूध सेहत के खजाने से कम नहीं है, पर जो दूध लोग इतने चाव से पीते हैं वो उनकी सेहत को बनाने के बजाय बिगाड़ भी सकता है। क्योंकि आजकल जिले में खाने-पीने की चीजों में मिलावट बढ़ती जा रही है। सबसे ज्यादा मिलावट दूध में की जा रही है। जिसमें डिटर्जेंट, सोडा, यूरिया, और स्टार्च जैसी चीजों की मिलावट की जा रही है जो लोगों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।

डॉक्टरों का कहना है कि 2 साल तक लगातार मिलावटी दूध पीते रहने वाले लोग आंत, लिवर और किडनी जैसी बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के हालिया अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि भारत में बिकने वाला करीब 10 प्रतिशत दूध हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इस 10 प्रतिशत दूध में से 40 प्रतिशत मात्रा पैकेज्ड मिल्क की है जो हमारे हर दिन के भोजन में इस्तेमाल में आता है। यह 10 प्रतिशत मिलावटी या दूषित दूध वह है, जिसकी मात्रा में वृद्धि दिखाने के लिए इसमें यूरिया, वेजिटेबल ऑइल, ग्लूकोज या अमोनियम सल्फेट आदि मिलाया जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक, दूध को सही तरह से उबालकर इसके भीतर के सिंपल इंफेक्शन वाले बैक्टीरिया को हटाया जा सकता है। साथ ही, इसे हमेशा रेफ्रीजेरेट करके रखें और भूलकर भी खुला न छोड़ें।

करें असली-नकली की पहचान
मिलावट से भरपूर दूध की पहचान बेहद जरूरी है। नकली दूध में सोडा स्टार्च और वाशिंग पाउडर मिले होने के कारण इसमें से साबुन की गंध आती है और स्वाद में भी कड़वाहट रहती है। यदि आप नकली दूध को कुछ वक्त के लिए स्टोर करें तो इसका रंग पीला पड़ जाता है जबकि असली दूध में ऐसा कुछ भी नहीं होता। नकली दूध को हाथों पर रगडऩे से चिकनाहट महसूस होती है पर असली दूध में नहीं।
 


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Edited By

Manisha rana

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