4-5 दिनों से मौनी बाबा बने देवेन्द्र बबली को क्या अजय चौटाला ने मिशन नाश्ता को मना लिया?

punjabkesari.in Tuesday, Sep 22, 2020 - 12:15 AM (IST)

चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी): जेजेपी के नाराज विधायक देवेन्द्र बबली को जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने मिशन नाश्ता को मना लिया है। सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों उप-मुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला की कुर्सी को चुनौती देने वाले देवेन्द्र बबली के गर्म बयानों को देख कर बिना समय गवाएं अजय चौटाला ने अपने तरीके से हैंडल किया। दुष्यंत के विरुद्ध 8 विधायक होने का दावा करने व जेजेपी विधायक दल का नया नेता चुनने की बात कहने वाले बबली पिछले 4-5 दिनों से मौनी बाबा बन गए हैं।

सूत्रों के अनुसार अपने बयानों से खलबली मचाने वाले बबली मीडिया के फोन भी अटेंड कम ही कर रहें हैं। अजय चौटाला ने हरियाणा के पार्टी प्रधान निशान सिंह व उन्हें एक साथ बिठा कर बातचीत की है। प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह को यह कहा गया है कि बबली के टोहाना में मान-सम्मान का वह पूरा ध्यान रखे। बबली की पिछले हफ्ते की बातों व बयानों में उनके विधानसभा क्षेत्र टोहाना में उनकी सुनवाई न होने को आधार बना कर ही मोर्चा खोल दिया गया था।

अजय चौटाला हरियाणा की राजनीति को बारीकी से जानतें हैं उन्हें पता है कि हरियाणा के अंदर पुराना इतिहास क्या रहा है। उन्होंने अपने लंबे राजनैतिक अनुभव के आधार पर निशान सिंह व बबली को एक टेबल पर बिठाया। इसमे अहम भूमिका इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला की रही। बड़े भाई के खिलाफ मोर्चा खुला तो बबली से दिग्विजय ने भी बातचीत की। वहीं अजय चौटाला ने पहले जड़ ढूढ़ी की समस्या क्या है? कहाँ से शुरू हुई?

सूत्र बताते हैं कि टोहाना में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व विधायक सुभाष बराला भी रहते हैं। भाजपा व जजपा गठबंधन में हैं। जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह भी टोहाना के पूर्व विधायक हैं, इन दोनों की प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति व कामों में बहुत दखलंदाजी रहती है। निशान सिंह को ही अब जिम्मेदारी दी गई है कि बबली अब आगे से नाराज न हों। घर का शुद्धिकरण करने के साथ भविष्य में बबली में सरकार में मंत्रिमंडल या चैयरमैन लगाए जाने की स्थिति में भरोसा भी दिलाया गया है। पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री दुष्यंत ने भी यही सार्वजनिक कहा था कि बबली का मामला निशान सिंह देख रहे हैं।

फिलहाल जैसा सूत्र बताते हैं बबली शांत नजर आ रहे हैं। यह शांति कितने दिन की रहेगी, यह भविष्य के गर्भ में है। जेजेपी से पहले से बुजुर्ग विधायक दादा राम कुमार गौतम अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं, फिलहाल वह भी कई दिनों से शांत नजर आ रहे हैं।


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Shivam

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