वेतन वृद्धि को लेकर बैंक यूनियन की दूसरे दिन भी रही हड़ताल

punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2020 - 11:08 AM (IST)

अम्बाला छावनी (जतिन): यूनाइटेड फ ोरम ऑफ  बैंक यूनियंस के आह्वान पर देशव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन कैंट के पंजाबी मोहल्ले में सैंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बाहर सभी बैंकों के कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने हड़ताल के दौरान कहा कि 30 जनवरी 2020 को भारतीय बैंक संघ और यूनाइटेड फ ोरम ऑफ  बैंक यूनियंस के मध्य हुई बैठक विफ ल रही। जिसके बाद भारतीय बैंक संघ द्वारा 13.5 प्रतिशत की वेतन वृद्धि की ऑफर को नामंजूर कर दिया जबकि यूनियन 20 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग कर रही हैं और इसी कारण से यूनियन ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया।

यूनियन अधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार द्वारा वेतन वृद्धि समझौता शीघ्र लागू नहीं किया गया तो पहले से ही तय कार्यक्रम के तहत 11 से 13 मार्च 2020 से 3 दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल की जाएगी और यदि फि र भी सरकार द्वारा हमारी मांगों के अनुरूप वेतन वृद्धि समझौता लागू नहीं किया तो 1 अप्रैल 2020 से सभी बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल पर जाने को विवश होंगे। 
आज की इस हड़ताल में अम्बाला के सभी राष्ट्रियकृत बैंकों लगभग 200 कर्मचारियों और अधिकारियों ने भाग लिया। हड़ताल सीनियर जी.एस. ओबराय, पी.सी. चौहान, वी.के.वर्मा, ब्रिज लाल और अनिल शर्मा की अध्यक्षता में की।

इस मौके पर पी.सी. चौहान ने बताया कि इस देशव्यापी हड़ताल में राष्ट्रीयकृत बैंकों की 9 यूनियनों के लगभग 10 लाख कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपने 11वें वेतन समझौते में हो रही देरी को लेकर हड़ताल की।  उन्होंने बताया कि 11वां वेतन समझौता नवम्बर 2017 से लंबित पड़ा है, जिसको लेकर भारतीय बैंक संघ और यूनाइटेड फ ोरम ऑफ  बैंक यूनियंस के मध्य कितनी बार बैठक हो चुकी है किंतु भारतीय बैंक संघ भारत सरकार की मनमानी नीतियों और अडिय़ल रवैये के कारण यह समझौता लागू नहीं हो सका। इसी कारण सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की 9 यूनियनों द्वारा मजबूर होकर सरकार के खिलाफ  देशभर में 31 जनवरी और 1 फरवरी की हड़ताल की। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News

static