बरगाड़ी कांड: SIT का खुलासा, बेअदबी का मास्टरमाइंड डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम

punjabkesari.in Sunday, Jul 03, 2022 - 11:54 AM (IST)

डेस्क: 2015 के बरगाड़ी बेअदबी कांड के तीनों मामलों में पंजाब पुलिस की एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में डेरामुखी गुरमीत राम रहीम और सच्चा सौदा के अनुयायियों को साजिश रचने का आरोपी ठहराया है। एसआईटी की 467 पन्नों की अंतिम रिपोर्ट शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सिख नेताओं को सौंपी।  इस रिपोर्ट को 29 जुलाई को अदालत में पेश किया जाना है।
 
किसी राजनीतिक साजिश से इनकार 
आईजी एसपीएस परमार के नेतृत्व में मामले की जांच करने वाली एसआईटी ने अपनी अंतिम रिपोर्ट किसी राजनीतिक साजिश से इनकार किया है। हालांकि इस मामले में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल को जिम्मेदार ठहराती रही हैं।
  
आईजी परमार के नेतृत्व में एसआईटी ने हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में गुरमीत राम रहीम से भी पूछताछ की थी। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि एसआईटी द्वारा जांच के दौरान राम रहीम का रवैया असहयोग का रहा।  रिपोर्ट में कहा गया है कि एकत्र की गई सामग्री/सबूतों से यह स्पष्ट है कि आरोपियों का डेरा प्रबंधन के साथ सीधा संबंध था। घटनाओं के पीछे का मकसद फिल्म ‘एमएसजी-2’ से जुड़ा होना भी है। राम रहीम अभिनीत फिल्म ‘मैसेंजर ऑफ गॉड’ (एमएसजी-2) रिलीज नहीं होने से डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी नाराज थे।

क्या है बरगाड़ी बेअदबी मामला
12 अक्तूबर 2015 को बरगाड़ी के गुरुद्वारा साहिब के बाहर श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप की बेअदबी की घटना सामने आई थी, जिससे सिख संगत में रोष फैल गया था। इस घटना से कुछ समय पहले एक जून को गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला के गुरुद्वारा साहिब से स्वरूप चोरी हुआ था और यहीं पर 24 सितंबर को पोस्टर चिपका बेअदबी की धमकी दी गई थी। बेअदबी की घटना के विरोध में कोटकपूरा व बहिबल कलां में सिख संगठनों के धरनों को जबरन उठवाने के चलते 14 अक्तूबर 2015 को गोलीकांड की घटनाएं पेश आई थीं, जिसमें पुलिस की गोली से दो लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। 


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Isha

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