जनता दरबार में 7 दिन में जांच करने के सी.एम. ने दिए थे निर्देश, 9 दिन बाद भी गांव नहीं पहुंचे BDPO

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 11:46 AM (IST)

करनाल (मनोज): 29 नवम्बर के जनता दरबार में शिकायत नंबर-27 को देख मुख्यमंत्री मनोहर लाल के तेवर लाल थे। बी.डी.पी.ओ. अंकित चौहान को साफ शब्दों में कहा था कि 7 दिन में जांच करें। शनिवार को 9 दिन बीत गए लेकिन बी.डी.पी.ओ. ने अभी तक जांच भी शुरू नहीं की। जब उनसे जानने का प्रयास किया कि सी.एम. के निर्देश को इतने हल्के में लेने के कारण क्या रहे।  

तो क्या सी.टी.एम. कार्यालय की चूक रही 

जनता दरबार में आई शिकायत डी.सी. के माध्यम से सी.टी.एम. कार्यालय में जाती हैं। यहां से कागजी कार्रवाई के बाद इन्हें संबंधित विभागों में भेज दिया जाता है। इसके बाद इन पर एक्शन शुरू होता है। चूंकि मामला सी.एम. के जिले का है। शिकायत भी मुख्यमंत्री ने खुद सुनी थी। ऐसे में 1 या 2 दिन में शिकायतों पर एक्शन हो जाना चाहिए। बी.डी.पी.ओ. की मानें तो उनके पास अभी शिकायत की कॉपी ही नहीं आई। यह आएगी तो वह जांच करने गांव में जाएंगे।   

यह कहना है सरपंच  का
सरफाबाद माजरा के सरपंच सोहन लाल का कहना है कि गांव के कुछ लोग बेवजह परेशान कर रहे हैं। लगातार आर.टी.आई. लगाई जा रही है। कम्युनिटी सैंटर का काम जारी है। शटरिंग लगाने के बाद लैंटर डाला जाएगा। जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा। विभागीय अधिकारियों की देखरेख में पारदॢशता से काम हो रहे हैं। 

यह कहना है जे.ई.  का
पंचायती राज विभाग के जे.ई. रामविलास ने बताया कि सरपंच ने बिना किसी से पूछे अपने लैवल पर काम शुरू कर लिया था। बाद में एस.डी.ओ. ने इसका डिजाइन पास करवाया। मेरे पास यह गांव अभी आया है। एस.डी.ओ. नारायणदत्त के साथ साइट पर गए थे। कम्युनिटी सैंटर में कई खामियां मिली थी। इन्हें ठीक करने के लिए बोल दिया गया था। इसके बाद साइट पर नहीं जा पाया।


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Isha

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