राम मंदिर आंदोलन- 28 अक्तूबर 1990 को छुपते छुपाते अयोध्या पहुंच गए थे राधेश्याम शर्मा

punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2020 - 07:41 PM (IST)

फरीदाबाद (सूरजमल): योध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के शिलान्यास का दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे लोग उत्साहित होते जा रहे हैं। यह आस्था का ही नतीजा है कि लोग अपने स्तर पर अपने शहर में भी उत्सव का आयोजन करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को मंदिर निर्माण के शिलान्यास की पहली ईंट रखेंगे, तो पूरे देश में उत्सव का माहौल तो होगा ही। 

अयोध्या में राम मंदिर के बनने की खुशी के बाद 1990 में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में भाग लेने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इतने वर्ष बाद भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनने जा रहा है जिससे समस्त हिंदू समाज में बहुत ही खुशी का माहौल है। 

चारों तरफ होता था पुलिस का पहरा
1990 के अपने अनुभव सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि 28 अक्टुबर 1990 को कठिन रास्तों से होते हुए रात दिन कभी पैदल, कभी टेंपो से होते हुए रात्रि को गौसांई गंज में ठहरे। छुपते छुपाते गांव के पहरेदार की निगरानी में मेन सड़क को छोड़कर खेत, खलियान के रास्ते पूरी की। चारों तरफ पुलिस का पहरा था पुलिस कुर्ता पजामा पहनने वाले, तिलक लगाने वाले, कंधे पर तोलिया डालने वालों को पकड़ रही थी और कोई भी जानकारी लेने के लिए पहले यह सुनिश्चित करना होता था कि जानकारी देने वाला पक्का हिंदू है। अगली सुबह हम अयोध्या में पैदल पहुंचे। बात 30 अक्तूबर 1990 की है। अयोध्या में मन्दिर आंदोलन में दो सगे कोठारी बन्धु बाबरी ढांचे पर झंडा लहराते हुए गोली लगने से शहीद हो गए थे उनकी शव यात्रा को कन्धा देने में, वह भी शामिल थे। 

राधेश्याम शर्मा ने कहा कि मन में ऐसा भाव था कि चाहे कुछ भी हो जाए, भगवान श्रीराम का मंदिर बनना चाहिए। खुशी है कि अपनी आंखों से मंदिर का निर्माण होते देखने का सौभाग्य मिल रहा है। कोरोना संकट नहीं होता तो भूमिपूजन के दिन अयोध्या में होता। मंदिर का निर्माण होते देखना सपने जैसा है। सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद यह शुभ दिन आया है। सभी लोगों को चाहिए कि अपने घर में दीप जलाकर मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन का स्वागत करें। पूरी दुनिया में रहने वाले हिंदुओं में खुशी का माहौल है। अब सभी की तमन्ना है कि जल्द से जल्द निर्माण पूरा किया जाए, जिससे कि वे रामलला के दर्शन कर सकें।


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Shivam

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