फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का मामला : आरोपियों को कोर्ट में पेश कर लिया 3 दिन के रिमांड पर

punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2021 - 08:22 AM (IST)

करनाल : सिटी पुलिस ने फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने आरोपियों को 3 दिन के रिमांड के लिए पुलिस को सौंप दिया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से पता लगाने का प्रयास करेगी कि वे कैसे नकली राशन कार्ड बनाकर उसका प्रयोग आयुष्मान कार्ड बनाने में किया करते थे। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पकड़ा गया एक आरोपी पहले खाद्य आपूर्ति विभाग में भी काम कर चुका है जिसे विभाग में कार्यों के बारे में पूरी जानकारी होने की संभावना है, इसी का फायदा शायद आरोपी ने फर्जी राशन कार्ड बनाने को लेकर उठाया होगा।   

जांच अधिकारी जसविंद्र तुली ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 3 दिन का रिमांड हासिल किया है। रिमांड के दौरान पता लगाया जाएगा कि कितने फर्जी राशन कार्ड के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाए है। इस काम में कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं। आरोपियों के पास से करीब 8-9 फर्जी राशन कार्ड मिले थे। हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही मामले के बारे में पूरी जानकारी दी जा सकेगी।  

एक ही जगह से अपलोड हो रहे थे फर्जी आयुष्मान कार्ड
जांच अधिकारी जसविंद्र तुली ने बताया कि आयुष्मान की साइट पर एक ही जगह से फर्जी आयुष्मान कार्ड अपलोड हो रहे थे। कार्ड साइट पर कैसे अपलोड हो रहे हंै, मामला सामने आते ही आयुष्मान भारत सरकार के विभाग ने निगरानी शुरू कर दी। जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि जो फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए हैं, उनमें से कई को योजना का लाभ भी मिल चुका है। रिमांड के दौरान काफी जानकारी हासिल होने की संभावना है।  

आयुष्मान कार्ड पर मिलता है 5 लाख का इलाज
आयुष्मान भारत योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना है, जिसके तहत हर परिवार को प्रति साल 5 लाख रुपए का इलाज मुफ्त मिलता है। योजना में 2011 में हुई आॢथक-सामाजिक सर्वेक्षण के आधार पर परिवारों को शामिल किया था। योजना में नए आयुष्मान कार्ड नहीं बना सकते, न ही इसमें जोड़े जा सकते हंै।   


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Content Writer

Manisha rana

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