डॉक्टर पर लगाया झूठा रेप का आरोप, जांच हुई तो अपने बुने जाल में फंसी महिला
punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2020 - 10:28 AM (IST)
अम्बाला शहर (कोचर) : छावनी के सबसे चर्चित दुष्कर्म के मामले में महिला डाक्टर द्वारा दिल्ली के डा. नवनीत मग्गो पर दर्ज करवाया गया मामला पुलिस की जांच में झूठा निकला। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो आरोपी डाक्टर के खिलाफ दुष्कर्म किए जाने का एक भी सुबूत नहीं मिला। बल्कि आरोप लगाने वाली महिला डाक्टर खुद अपने बुने जाल में फंस गई है। पुलिस ने जांच के आधार पर दुष्कर्म के मामले को रद्द कर दिया है। वहीं पीड़ित पक्ष ने पुलिस व सरकार के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।
ऐसे में बीती 8 जनवरी को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई तो रद किए गए मामले की जांच रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी गई और जांच अधिकारी डी.एस.पी. सुलतान सिंह ने भी कोर्ट में अपना शपथ पत्र दिया। हालांकि पीड़ित पक्ष की शिकायत पर महानिदेशक ने मामले में दोबारा जांच करने के आदेश दिए है और महिला थाना पुलिस ने केस रि-ओपन करके जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि छावनी के हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर के घर की बहू व पूर्व में नागरिक अस्पताल में नौकरी करने वाली महिला डाक्टर द्वारा मई 2019 में पुलिस को शिकायत दी गई थी। महिला डाक्टर ने शिकायत में कहा कि 2013 में दिल्ली कैंट के आर.डी. प्लेस के डा. नवनीत मग्गो की उनके पास फ्रैंड रिक्वेस्ट आई तो दोनों डाक्टर होने के कारण रिक्वेस्ट असेप्ट कर ली।
डा. मग्गो ने नवंबर 2013 में महिला डाक्टर को युवा फॉग्सी कांफ्रैंस का न्यौता दिया लेकिन उन्होंने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद डा. मग्गो ने कहा कि वह चंडीगढ़ आ रहा है। उसे मिलने के लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बुलाया। 9 मार्च 2014 को उसे फिर पटियाला में कांफ्रैंस का न्यौता भेजा जिसमें डा. मग्गो ने लैक्चर देना था। वह वहां चली गई। आरोप लगाए गए कि कांफ्रैंस शुरू होने से पहले डा. मग्गो उनके कमरे में आया और छेड़छाड़ करने लगा। वह वहां से वापस आ गई।
डा. मग्गो पटियाला से वापस आते हुए उनके घर के गेट पर आ गया और मिलने के लिए कहा। महिला डाक्टर ने मिलने से मना कर दिया तो उसने कहा कि उसकी शादी तुड़वा देगा। दिसम्बर 2014 में डा. मग्गो की धमकी के कारण उसे फरीदाबाद में युवा फॉग्सी कांफ्रैंस में शामिल होना पड़ा। वहां उसे जो कमरा मिला था वहां डाक्टर आ गया और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया। उसकी आपत्तिजनक फोटो खींचकर बाद में उसे ब्लैकमेल किया गया। बाद में उसे यू.पी.एच.ए.आई. (यूरोगाइनकलोजी एंड पेल्विक हैल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया) का जबरदस्ती मैंबर बनाया था।