CM विंडो पर आई शिकायत पर मुख्यमंत्री ने लिया बड़ा एक्शन, एएफएसओ को किया निलंबित, जानिए वजह

punjabkesari.in Thursday, Jul 06, 2023 - 09:47 AM (IST)

सिरसा : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कार्य में कोताही बरतने पर सख्ती दिखाई जा रही है। इसी कड़ी में सीएम विंडो पर सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा से कम राशन जारी करने की एक शिकायत पर कार्रवाई करने के मामले में जानबूझकर देरी करने पर सहायक खाद्य एवं पूर्ति अधिकारी सिरसा संदीप कुमार को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया है। इस संबंध में उनके विरुद्ध नियम सात के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाने के भी निर्देश दिए हैं।

 मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के आयुक्त एवं सचिव इस मामले में की गई कार्यवाही रिपोर्ट 20 जुलाई तक भिजवाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने बताया कि प्रेमचन्द जैन डिपो धारक निवासी भीम कॉलोनी सिरसा द्वारा सीएम विंडो पोर्टल पर दर्ज करवाई गई शिकायत के अनुसार वर्ष 2015-16 में सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा से डीएफएससी कम जिला मैनेजर कॉन्फेड, सिरसा द्वारा उन्हें बेहद कम राशन जारी करने के आरोप लगाए गए थे।

शिकायत को शीघ्र निपटान के दिए थे आदेश
इस संबंध में 29 अप्रैल 2022 को शिकायत का शीघ्र निपटान करने बारे आदेश दिए थे। विभाग द्वारा मामले में प्रदीप कुमार जिला खाद्य एवं पूर्ति अधिकारी सिरसा की अध्यक्षता में एक जून 2022 को जांच कमेटी गठित की गई थी। जिसमें संदीप कुमार सहायक खाद्य एवं पूर्ति अधिकारी सिरसा को केंद्र सिरसा रानियां व ऐलनाबाद को रिपोर्ट तैयार करने में मदद के लिए नियुक्त किया गया था। जांच के दौरान 19 सितंबर 2022 को प्रदीप कुमार का स्थानांतरण हो गया था। जिसके पश्चात संदीप कुमार द्वारा जांच टीम में सबसे वरिष्ठ अधिकारी होने के कारण रिपोर्ट भिजवाई जानी बनती थी। कार्यालय द्वारा स्मरण पत्र भेजने के बाद भी संदीप कुमार द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई। 

इसके बाद पत्र द्वारा अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) -सह- नोडल अधिकारी (सीएमडब्लयू) खाद्य एवं पूर्ति विभाग हरियाणा चंडीगढ़ द्वारा दिए आदेशों की अनुपालना में संदीप कुमार को पुनः पत्र भेजकर रिपोर्ट भेजने बारे लिखा गया था। लेकिन उनके द्वारा जांच रिपोर्ट अभी तक प्रस्तुत नहीं की गई। जिसके बाद मुख्यालय से प्राप्त पत्र के अनुसार एटीआर 10 दिन के अंदर-अंदर भेजने बारे सख्त हिदायतें जारी की गई थी। लेकिन फिर भी उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। संदीप कुमार को मामले में जानबूझकर देरी व कई स्मरण पत्र देने के बावजूद भी उनके द्वारा सरकारी कार्य में रूचि नहीं लेने पर संपूर्ण रूप से जिम्मेवार पाया गया और उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया।
 


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Content Writer

Isha

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