रोहतक में बोले सीएम खट्टर- प्रदेश में खत्म नहीं हुआ भ्रष्टाचार, हालिया मुद्दों पर दी प्रतिक्रिया, पढ

punjabkesari.in Friday, Jul 10, 2020 - 05:30 PM (IST)

रोहतक (दीपक भारद्वाज): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रोहतक में मीडिया के समक्ष आए और उन्होंने प्रदेश के मौजूदा हालात के मुद्दों पर खुलकर बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष के हरेक सवाल का जवाब तर्क के साथ दिया। वहीं इस समय प्रदेश में चल रहे मुख्य मुद्दों जैसे कोरोना, घोटाले सामने आने के मामले, पीटीआई टीचरों का धरना व बरोदा उपचुनाव आदि को लेकर विपक्ष को जवाब देते हुए अपनी बात रखी। प्रस्तुत हैं मुख्यमंत्री मनोहर की प्रेसवार्ता के प्रमुख अंश-

कोरोना फंड के लिए नहीं की गई जबरदस्ती
मुख्यमंत्री मनोहर ने बताया कि कोरोना काल में हरियाणा फिर से पटरी पर चल पड़ा है, हालांकि जीएसटी अभी थोड़ा कम मिल रही है। उन्होंने बताया कि 80 प्रतिशत पावर की खपत हुई है। पिछले साल 2019 में अप्रैल, मई, जून का रेवेन्यू 16 हजार 309 करोड़ था, इस साल 2020 में अप्रैल, मई, जून 2020 में 11 हजार 248 करोड़ रेवेन्यू मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद भी किसी भी कर्मचारी की तनख्वाह नहीं रुकने दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता वाले राज्यों में कर्मचारी की तनख्वाह में दिक्कत है, लेकिन हमने 3 महीने में 1070 करोड़ रुपए का राशन दिया है, कोरोना रिलीफ फंड में 75 करोड़ रुपए कर्मचारियों की ओर से दिया गया, जबकि किसी के साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई। इन्हीं में 300 लोगों ने अपनी पूरी तनख्वाह दान दी है। 

बच्चों में संस्कार पैदा करने के लिए मांगे थे पैसे
हरियाणा सरकार द्वारा स्कूली छात्रों से कोरोना रिलीफ फंड में पैसे जमा करवाने को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा, जिसपर मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमने बच्चों व छात्रों में संस्कार पैदा करने के लिए  उनसे पैसे मांगे थे, जिसपर विपक्ष बेवजह सवाल उठा रहा है। 

रणदीप की चुनौती स्वीकारी, कोरोना फंड के खर्च का दिया ब्योरा 
मुख्यमंत्री मनोहर ने कोरोना फंड में जमा हुई राशि से हुए खर्च का ब्योरा देते हुए बताया कि 8 करोड़ 21 लाख रेलवे विभाग में, दवाइयों के लिए 41 करोड़, असंगठित मजदूरों के लिए 35 करोड़, आयुष मिशन में 1 करोड़ 32 लाख खर्च हुए हैं। वहीं जिनके पास राशन कार्ड नहीं उनको सुविधाए मुहैया कराने के लिए थे 6.53 लाख खर्च हुए हैं। उन्होंने बताया कि ऐेसे कुल 504 करोड़ डिजास्टर रिलीफ फंड से खर्च हुए हैं। ध्यान रहे बीते दिनों कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीते दिनों मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा था कि वे कोरोना रिलीफ फंड में जमा करोड़ों रूपये के खर्च का हिसाब दें। मुख्यमंत्री ने बताया कि रोडवेज को भी कोरोना रिलीफ फंड से दिया राहत दी जाएगी। 

प्रदेश में अभी भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ
मुख्यमंत्री मनोहर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को संस्कार व सेवा का अनुभव नहीं बल्कि लूट खसोट का अनुभव ज्यादा है। जिनके घर शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल घोटाले करने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ, उसके लिए काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी व कर्मचारियों की गारंटी तो नहीं ले सकते, क्योंकि पुराने कर्मचारियों ने रास्ते ढूंढ रखे हैं। उन्होंने कहा कि पहले भ्रष्टाचार में नेताओं की हिस्सेदारी थी, इसलिए कर्मचारी नहीं डरते थे। 

हुड्डा और सुरजेवाला कांग्रेस को छोड़कर गंगा स्नान करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की किसी बात पर जनता का विश्वास नहीं करती है। कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो देशहित नहीं स्वार्थ की बात करती है। उन्होंने कहा कि सुरजेवाला व हुड्डा आला नेतृत्व से सीख कर जनता को क्या दें, दोनों को चाहिए कि वे कांग्रेस से पीछा छुड़ा कर गंगा जल में नहा कर किसी ओर पार्टी में आ जाएं। 

बरोदा का विधायक मैं ही हूं: मुख्यमंत्री
बरोदा उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि बरोदा उपचुनाव में भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता भी धूल चटाएगा। उन्होंने बरोदा का विधायक मैं ही हूं। बिना किसी भेदभाव के काम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि साढ़े 5 साल में 1 लाख 262 विज्ञापन नौकरी के लिए किए हैं। लगभग 70 हजार ज्वाइनिंग हो चुकी है। हुड्डा ने 10 साल में 92 हजार विज्ञापन जारी किए थे, जिनमें से 10 विज्ञापन की भर्ती को अदालत ने अवैध करार देते हुए रद्द कर दिया, जिससे 6352 कर्मचारियों की नौकरी गई। 

हुड्डा सरकार चाहती तो पीटीआई की नौकरी बच जाती
मुख्यमंत्री ने पीटीआई अध्यापकों के मसले पर बोलते हुए कहा कि अगर हुड्डा सरकार पीटीआई की पैरवी कर लेती तो उनकी नौकरी बच जाती, 2012 में हाईकोर्ट ने हटा दिया था, जब तो हुड्डा की सरकार थी। उन्होंने बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों को आश्वासन देते हुए कहा कि विपदा आई है, निदान भी होगा, धैर्य रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीटीआई टीचरों के मामले को लेकर कांग्रेस राजनीति ना करे, पीटीआई टीचर को बहकाने की वे निंदा करते हैं।


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Shivam

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