पर्यावरण संरक्षण काे लेकर CM खट्टर ने की बड़ी घोषणा, पढे़ं पूरी खबर

punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2020 - 06:59 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अब जिला स्तर पर पूर्ण इकाइयां स्थापित की जाएंगी। अभी तक यह बोर्ड केवल प्रदूषण को रोकने का काम ही जिलास्तर पर कर रहा है, जबकि पर्यावरण संरक्षण का काम चंडीगढ़ में होता है। पर्यावरण संरक्षण की चुनौतियों को देखते हुए राज्य सरकार जल्दी ही पर्यावरण संरक्षण की यूनिट भी जिला लेवल पर स्थापित करेगी। 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को फरीदाबाद में मानव रचना विश्वविद्यालय में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास एवं दक्षिणा फाउंडेशन के सहयोग से ‘पर्यावरण चुनौतियां एवं समाधान’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस मौके पर घोषणा करते उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण एवं  प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जिला स्तर पर पूर्ण इकाइयां स्थापित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यावरण एवं जल संरक्षण की दिशा में अनेक नए कार्यक्रम शुरू किए हैं। जल संरक्षण के लिए धान की फसल का रोपाई क्षेत्र प्रदेश में पचास हजार हैक्टेयर कम हो गया है, क्योंकि किसानों ने स्वेच्छा से धान लगाना छोड़ दिया है। एक किलो धान उत्पादन में पांच हजार लीटर पानी खर्च हो जाता है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार वृक्षारोपण की एक प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत स्कूली विद्यार्थियों को एक पौधे के पालन-पोषण पर तीन वर्ष में तीन सौ रुपये दिए जाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है कि तीन वर्ष तक पौधे की देखभाल होती रहे।

उन्होंने कहा कि आमतौर पर पर्यावरण संरक्षण और प्र्रदूषण पर अंकुश लगाने की तकनीक काफी महंगी होती हैं। सरकार की स्टार्ट अप जैसी योजनाओं व प्रोत्साहन के परिणामस्वरूप कुछ ऐसे गैर सरकारी संगठन, समाजसेवी व शिक्षण संस्थाएं हैं, जिन्होंने पर्यावरण अनुसंधान में सराहनीय कार्य करते हुए नए अविष्कार किए हैं, जो काफी सुलभ हैं। अनेक महिलाओं ने भी अपनी रचनाधर्मिता दिखाते हुए पंचभूत तत्वों के संरक्षण की दिशा में प्रशंसनीय कार्य किया है।

खट्टर ने कहा कि प्रकृति हमारी मित्र है और इसकी रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। यूएनओ ने भी इस बात पर जोर दिया है कि आर्थिक विकास के साथ पर्यावरण को संरक्षित रखना जरूरी है। दोनों में संतुलन होगा, तभी मानव जीवन सुरक्षित रह सकता है।

समारोह में मुख्यमंत्री ने मानव रचना प्रज्ञान सम्मान से असम के फोरेस्ट मैन जादव मोला पायेंग, वाटरमैन राजेंद्र शर्मा, अधिवक्ता एम सी मेहता, शिवालिक प्रिंट्स के मालिक नरेंद्र अग्रवाल, परमित सांघवी को सम्मानित किया। यंग अचीवर अवार्ड कुमारी अजयादीप और डा. ओपी भल्ला एक्सेलेंसी अवार्ड इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन एवं मानव रचना विशेष पुरस्कार भारत विकास परिषद की फरीदाबाद शाखा को दिया। 

इसके साथ प्रोजेक्ट अवार्ड में जेसी बोस युनिवर्सिटी को 21 हजार रुपये का तृतीय पुरस्कार, मानव रचना विश्वविद्यालय की टीम को 31 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार व आईएएसई विश्वविद्यालय सरदारशहर की टीम को 51 हजार रुपये का प्रथम पुरस्कार दिया गया। स्टार्ट अप में मुख्यमंत्री ने यूथ जलसा पुरस्कार फार्मबुक सोल्यूशन, पार्क इन, ली कॉफ, स्मार्ट टी, अटावेयर बायोडिग्रेबल, नैनामैटिरियल बेस्ड पोर्टेबल वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम को आईडिया प्रोजेक्ट को दिया। 


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Edited By

vinod kumar

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