CM की आंखों के दो तारे, प्रवीण अत्रे और तरुण भंडारी जनता और राजनीति के हर घटनाक्रम पर रख रहे नजर
punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2024 - 05:16 PM (IST)
चंडीगढ़(चंद्रशेखऱ धरणी): हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार प्रदेश की सत्ता में आने की तैयारी में जुटी है। कुरुक्षेत्र में हुए पार्टी के चुनावी रण के आगाज में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जिस प्रकार से किसानों के लिए सौगात का पिटारा खोला, उससे साफ है कि सरकार किसी भी सूरत में प्रदेश के एक बड़े वर्ग यानि किसानों की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहती। इसके अलावा प्रदेश के दूसरे राजनीतिक दलों की गतिविधियों और उसके नाराज नेताओं पर भी बीजेपी की ओर से नजर रखी जा रही है। इन दोनों कामों को मुख्यमंत्री के दरबार में उनके विश्वास पात्र कहे जाने वाले मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे और पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी बखूबी निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री भी किसी भी गंभीर विषय पर दोनों से चर्चा करने के बाद ही कोई निर्णय लेते हैं।
प्रवीण अत्रे निभा रहे अहम भूमिका
मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे को मुख्यमंत्री के सबसे करीबी और विश्वास पात्र व्यक्तियों में गिना जाता है। मीडिया या फिर सरकार की जनहित में बनाई गई योजनाओं की बात हो, किसी भी गंभीर विषय पर वह अकसर मुख्यमंत्री से बात कर अपनी राय देते नजर आते हैं। प्रवीण अत्रे भी जहां सरकार और मीडिया के बीच में एक कड़ी का काम करते हुए मीडिया की समस्याओं को जन संपर्क मुख्यालय (डीपीआर) और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का काम करते हैं। वहीं, वह पत्रकारों के समक्ष आने वाली दिक्कत में हमेशा उनकी मदद के लिए भी तैयार रहते हैं। अत्रे का मानना है कि मीडिया सरकार और जनता को आपस में जोड़ने वाली एक बीच की कड़ी है। वह हमेशा मीडिया को जनता और सरकार के आंख, कान और नाक कहते हैं, क्योंकि मीडिया ही एक ऐसा जरिया है, जिसके माध्यम से सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाया जाता है और जनता की समस्या को सरकार को तक। ऐसे में प्रवीण अत्रे भी अपने फर्ज को बखूबी निभाते हुए मीडिया की हर दिक्कत को मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर उन्हें दूर करवाने की कोशिश करते है। अत्रे अपने पद की सार्थकता को साबित करते हुए हमेशा आगे आकर मीडिया कर्मियों से मिलते नजर आते हैं।
जनता की योजनाओं का भी रखते हैं ध्यान
मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव के रूप में काम करते हुए प्रवीण अत्रे केवल मीडिया तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह सरकार की ओर से जनहित के लिए बनाई जाने वाली योजनाओं का जनता में क्या असर पड़ता है और जनता की उन्हें लेकर क्या राय है ? इस पर भी नजर रखते हैं। जनता की राय के अनुसार ही वह मुख्यमंत्री को उस योजना का फीड बैक देते हैं। यदि किसी योजना में कोई बदलाव की जरूरत होती है तो वह उस बारे में भी मुख्यमंत्री को अपनी सलाह देते हैं।
चुनाव में पार्टी के लिए सार्थक साबित होंगे अत्रे
जिस प्रकार से प्रवीण अत्रे अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। वहीं, वह आगामी विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी के लिए काफी कारगर सिद्ध हो सकते हैं। ब्राह्ण और पंजाबी चेहरा होने के कारण वह चुनाव में बीजेपी के लिए दोहरा काम कर सकते हैं। पार्टी चाहे तो वह राजनीतिक पारी में भी सार्थक साबित हो सकते हैं। हरियाणा के कई शहरों में ब्राह्मण वोट बैंक की अच्छी खासी संख्या है। ऐसे में वह पार्टी के लिए काफी कारगर साबित हो सकते हैं।
दलितों को बीजेपी के पक्ष में ला रहे कटारिया
प्रवीण अत्रे की तरह से ही मुख्यमंत्री की चीफ मीडिया कॉ-ऑर्डिनेटर सुदेश कटारिया भी पूरे प्रदेश में दलित सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं। वह इन सम्मेलनों के जरिए जहां पूर्व की कांग्रेस सरकार के दलित विरोधी चेहरे को जनता के बीच ले जा रहे हैं। वहीं, वह चुनावी मौसम में मुख्यमंत्री नायब सैनी के मददगार के रूप में कार्य कर दलितों को बीजेपी की ओर लाने का भी प्रयास कर रहे हैं। सुदेश कटारिया की ओर से जिला स्तर के बाद प्रदेश स्तर पर एक बड़ा दलित सम्मेलन करने की भी योजना है, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के अलावा पार्टी के अन्य बड़े नेता भी शामिल होंगे।
राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रख रहे तरुण भंडारी
प्रवीण अत्रे की तरह से ही मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी विरोधी दलों खासतौर पर कांग्रेस की रणनीति के अलावा उनके नाराज नेताओं पर नजर रख रहे है। यहीं कारण है कि प्रदेश बीजेपी में वह कांग्रेस के कईं बड़े नेताओं को शामिल करवा चुके हैं। वह विपक्षी दल के नाराज नेताओं के बारे में जानकारी लेकर लगातार मुख्यममंत्री नायब सिंह सैनी से उस पर चर्चा करते हैं। चर्चा है कि आने वाले कुछ दिनों में वह कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करवाने वाले है।