गुड़गांव में 11 विदेशी कुत्तों पर बैन
punjabkesari.in Wednesday, Nov 16, 2022 - 09:16 PM (IST)

गुड़गांव,(ब्यूरो): जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम ने केंद्र सरकार की एक अधिसूचना का हवाला देते हुए गुड़गांव में 11 विदेशी कुत्तों पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं नगर निगम को आदेश दिया है कि वह डोगो के काटने पर पीड़ित महिला को दो लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा का भुगतान करे। महिला गत दिवस डोगो (अर्जेंटीना नस्ल के पालतू कुत्ते) के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गई थी। नगर निगम चाहे तो मुआवजे की राशि कुत्ते के मालिक से वसूल की जा सकती है। फोरम ने गुड़गांव नगर निगम को कुत्ते को हिरासत में लेने और उसके मालिक का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद करने का भी निर्देश दिया है।
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जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम यह फैंसला पीडि़त महिला की दायर याचिका की सुनवाई करते हुए सुनाया। यह मामला गुड़गांव के सिविल लाइन इलाके का है। जिसमें अगस्त माह में महिला अपनी भाभी के साथ काम पर जा रही थी। इसी दौरान एक पालतू कुत्ते ने उसे काट लिया। इसके बाद महिला को इलाज के लिए सिविल अस्पताल से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर करना पड़ा। इसको लेकर सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। जिसके बाद फोरम ने नगर निगम गुड़गांव को आदेश दिए कि वह महिला को दो लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा का भुगतान करे। मुआवजे की राशि कुत्ते के मालिक से वसूल की जा सकती है।
तीन महीने में बनाए नीति:
जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम ने निगम को यह भी आदेश दिए कि वह आगामी तीन माह के दरमियान पालतू कुत्तों के लिए नीति बनाए। जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम ने अपने फैंसले में कहा कि जिला में खतरनाक कुत्तों को पालने वालों के लाइसेंस होंगे रदद होंगे। वहीं कुत्तों को हिरासत में ले लिया जाए।
इन विदेशी कुत्तों पर लगा प्रतिबंध:
फोरम ने केंद्र सरकार की एक अधिसूचना का हवाला देते हुए उपभोक्ता फोरम ने 11 विदेशी कुत्तों पर भी प्रतिबंध लगा दिया। जिनमें अमेरिकन पिट-बुल टेरियर्स, डोगो अर्जेंटीनो, बैंडोग, अमेरिकन बुलडॉग, फिला ब्रासीलेरो, केन कोरो रॉटवीलर, नीपोलिटन मास्टिफ, बोअरबेल, प्रेसा कैनारियो, वुल्फ डॉग शामिल हैं। विदित हो कि पिछले कुछ महीनों के दौरान दिल्ली-एनसीआर समेत देश भर में कुत्तों के काटने के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। इनमें बेसहारा कुत्तों के साथ पालतु कुत्ते भी शामिल हैं। दिल्ली-एनसीआर में ही रोजाना कुत्तों के काटने के कई मामले सामने आते हैं।