500 किलोमीटर में फसलों का किया गया निरीक्षण, किसानों को दिया जाएगा मुवावजा

punjabkesari.in Monday, Mar 27, 2023 - 05:32 PM (IST)

करनाल : बरसात-ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों की फसल काफी नुकसान पहुंचा है। जिसे देखकर किसान काफी मायूस नजर आ रहे हैं। करनाल की बात करें तो करीब 4 लाख एकड़ में गेहूं की फसल लगी हुई है। किसानों की मानें तो फसल को काफी नुकसान पहुंचा हैं।

भारतीय गेंहू एवं जौ अनुसंधान संस्थान करनाल के निदेशक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि बरसात-ओलावृष्टि के बाद पंजाब के पटियाला, संगरूर के साथ लगते करीब 500 किलोमीटर में फसलों का निरीक्षण किया गया था।  निरीक्षण के दौरान पाया कि जहां पर बरसात ज्यादा हुई हैं, वहां पर कुछ नुकसान हुआ है। ज्यादा नुकसान उन जगहों पर हैं, जहां पर बरसात का पानी जमा हैं। उन्होंने कहा कि बरसात से जहां नुकसान हुआ है तो बरसात फसलों के लिए सकारात्मक भी रही है। क्योंकि तापमान कम हुआ हैं, जिससे फसल पकने की अवधि बढ़ गई हैं, जो फसल के लिए लाभकारी साबित होगी। उन्होंने कहा कि जहां कम बरसात हुई हैं, वहां पर फसल दो से तीन दिनों में खड़ी हो जाएगी। जिससे ज्यादा नुकसान की संभावना नहीं है।  जहां पर ज्यादा बरसात हुई है, पानी जमा है, वहां पर नुकसान हुआ है। संभावना है कि 2 से 3 प्रतिशत तक नुकसान होगा।

ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि  बरसात के चलते गेहूं के उत्पादन में कमी देखी जा रही है, लेकिन मेरा मानना है कि बरसात फसलों के लिए सकारात्मक भी रहेगी। क्योंकि कम तापमान होने से फसल के पकने में ज्यादा समय लगेगा। जिससे फसल की पैदावार अच्छी रहेंगी।

वहीं किसानों की मानें तो बरसात के कारण जहां पहले ही उनकी सरसों की फसल खेतों में खराब हो गई थी, सरसों को मंडी में बेचने की बात तो छोड़ो घर के लिए सरसों के तेल को खाने के लिए भी उनकी फसल इस बार नहीं बची। मायाराम नाम के किसान ने कहा कि उन्होंने 14 एकड़ में गेहूं की फसल की बुवाई की हुई थी। 10 दिन के अंदर उन्हें अपनी गेंहू की फसल की कटाई करनी थी। बरसात के कारण केवल 7 एकड़ में ही गेंहू की फसल बची हुई है। किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द मुआवजे की मांग की है। फिलहाल बेमौसम बरसात से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ है। देखने वाली बात ये होगी कि सरकार कब किसानों को उनकी खराब हुई फसलों का मुआवजा देती है।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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