शौकीनों को कर्फ्यू में छूट नहीं दी जा सकती, जो सैर पर निकलेगा उसकी खैर नहीं: मनोज कुमार परिदा
punjabkesari.in Tuesday, Apr 21, 2020 - 03:43 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज कुमार परिदा ने पंजाब केसरी से एक्सक्ल्युसिव बातचीत में कहा कि पीजीआई में हरियाणा के कोरोना के मरीज हों या दूसरे सभी का उपचार जारी रहेगा। पीछे कुछ गलतफहमियां डॉक्टरों के स्तर पर हो गई तो वह अब दूर कर दी गई है। गौरतलब है कि पीजीआई प्रशाशन द्वारा पिछले कुछ दिनों से हरियाणा के कोरोना मरीज नहीं लिए जा रहे थे।
मनोज परिदा ने कहा कि चंडीगढ़ में सैर के शौकीनों को कफ्र्यू में छूट नहीं दी जा सकती। जो सैर करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होगी। चंडीगढ़ कन्टेनमेंट जोन में जिनका घर है और वे बाहर से आते हैं तो उनको क्वारेंटाइन किया जाएगा, वरना शेल्टर होम में 14 दिन बिताने होंगें। चंडीगढ़ में जो भी बाहिर से आएगा उसे 14 दिन क्वारेंटाइन करना आवश्यक कर दिया गया है। चंडीगढ़ को सुरक्षित रखने के लिए जो जरूरी है वह कदम उठाए गए हैं। चंडीगढ़ में न किसी को बाहिर से आने दिया जाएगा न जाने दिया जाएगा।
परिदा ने कहा कि चंडीगढ़ में रेपिड टेस्टिंग किट से भी टेस्ट किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 170 जिलों में चंडीगढ़ को भी हॉटस्पॉट घोषित किया है, जिसके बाद हमें इसके सबसे प्रभावित एरिया को कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए कहा गया, जिसके बाद पूरे चंडीगढ़ को नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया।
परिदा ने बताया कि चंडीगढ़ में 6 तबलीगी आये थे सभी के टेस्ट नेगेटिव पाए गए हैं, जबकि सभी को ही 14 दिन के क्वारंटाइन पर रखा गया है। मंडी में जितने भी वेंडर्स या व्यापारी है उन सबकी स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा हॉकर्स और दूध विक्रेताओ की भी स्क्रीनिंग हो रही है। फास्ट फूड डिलीवरी ब्वॉयज की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक शहर में 8 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
वहीं शहर में सैर करने वाले वीआईपीज को लेकर उन्होंने कहा कि अभी तक क्लियर नहीं है कि कोरोना कैसे फैलता है। जबकि कुछ डॉक्टर्स का कहना है कि इसका असर काफी देर तक हवा में भी रहता है। इसलिए अमेरिका जैसे देशों में भी सैर पर रोक लगाई गई है और पूरी तरह से लॉक डाउन है। इसलिए पूरे शहर में हमने सैर को गैर कानूनी घोषित किया हुआ है जो लोग पकड़े जाते है उनपर कार्रवाई की जाती है। क्योंकि ये केवल उनके या उनके परिवार के लिए ही खतरनाक नहीं बल्कि पूरी सोसाइटी के लिए खतरनाक है। उन्होंने बताया कि एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी, एक एडवोकेट और एक पीजीआई के डॉक्टर सहित कई वीआईपी सैर करते पकड़े गए। उचित समय पर इनके नाम उजागर किये जायेंगे।