हाईकोर्ट का फैसला: धारूहेड़ा नगर पालिका चेयरमैन उप चुनाव रद्द, कंवर सिंह ही रहेंगे चेयरमैन!
punjabkesari.in Friday, Sep 10, 2021 - 07:43 PM (IST)
रेवाड़ी/धारूहेड़ा (योगेंद्र सिंह): धारूहेड़ा नगर पालिका चेयरमैन के 12 सितंबर को होने वाले चुनाव में नया मोड़ आ गया है। हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग के फैसले को बदल दिया है। इसके चलते चेयरमैन की कुर्सी पर दिसंबर 2020 में जीतने वाले कंवर सिंह ही संभवत : इस कुर्सी पर काबिज हो सकते हैं। हालांकि इसको लेकर अभी दो-तीन दिन इंतजार करना होगा। चुनाव में आए इस मोड़ से सबसे बड़ा झटका भाजपा-जजपा गठबंधन और भाजपा बागियों को लगा है, जो चुनाव जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे थे।
27 दिसंबर 2020 को धारूहेड़ा चेयरमैन चुनाव में कंवर सिंह विजयी घोषित हुए थे और दूसरे नंबर पर रहे संदीप बोहरा ने उस समय निर्वाचन आयोग शिकायत कर कंवर सिंह की दसवीं मार्कशीट पर सवाल उठाते हुए उसे फर्जी करार दिया था। जांच उपरांत प्रशासन ने भी शिकायत सही पाई। इसके चलते विजयी कंवर सिंह को पद से हटा दिया। तब तक ना तो कंवर सिंह और ना ही विजयी पार्षद शपथ ले पाए थे। चुनाव आयेााग से भी कंवर सिंह को राहत नहीं मिली थी और इसके चलते वह कोर्ट चले गए थे। आज हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग के फैसले को बदल दिया है।
हाईकोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले में 15 मार्च को कंवर सिंह को अयोग्य ठहराने के निर्वाचन आयोग के निर्णय को निरस्त कर दिया। इसके चलते चुनाव आयोग ने धारूहेड़ा चेयरमैन उपचुनाव को रद्द कराने का फैसला लिया। हालांकि आयोग ने कहा कि इस मामले में दो-तीन दिन में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इसके चलते संभावना है कि अब कंवर सिंह ही चेयरमैन बने रहेंगे।
राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद धारूहेड़ा में होने वाले 12 सितंबर को चेयरमैन उपचुनाव रद्द करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कंवर सिंह इस पद पर रहेंगे या नहीं इसको लेकर हाईकोर्ट का विस्तृत आदेश पढऩे उपरांत ही बताया जा सकेगा।
मार्कशीट विवाद पर एक नजर
2020 चुनाव में कंवर सिंह विजयी हुए थे और दूसरे नंबर पर संदीप बोहरा रहे थे। उस समय संदीप बोहरा ने चुनाव आयोग को शिकायत की थी कि कंवर सिंह की दसवीं की मार्कशीट फर्जी है। आरोप था कि कंवर सिंह की दसवीं की मार्कशीट में उनकी जन्म तिथि 15 जून 1964 है जबकि सरकारी स्कूल रिकार्ड में 8 अक्टूबर 1957 है। कंवर सिंह की मार्कशीट सेंट्रल बोर्ड ऑफ हायर एजुकेशन की है जबकि बोहरा का आरोप था कि ऐसा कोई बोर्ड ही नहीं है। शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने डीसी को जांच के आदेश दिए। उस समय तत्कालिन एसडीएम कुशल कटारिया ने जांच की। इसमें बताया गया कि कंवर सिंह ने जिस बोर्ड की मार्कशीट लगाई है वह हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित किसी भी परीक्षा के समकक्ष मान्यता प्राप्त नहीं है। इसी रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने मुहर लगाते हुए कंवर सिंह को पद से हटा दिया था।
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