जींद जेजेपी कार्यालय पहुंचे दिग्विजय सिंह चौटाला, बोले- बीजेपी को पराजित करने के लिए लड़ने जा रहे चुनाव

punjabkesari.in Saturday, Apr 13, 2024 - 08:58 PM (IST)

जींद (अमनदीप पिलानिया): जेजेपी के महासचिव दिग्विजय चौटाला शनिवार को जींद जेजेपी कार्यलय पहुंचे। यहां वो पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी को मजबूती से पराजित करने के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हमने पहला ऑफर चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दिया था। चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के लिए दगाबाज निकलें तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं।

दिग्विजय ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मेरा एक दफा आमना-सामना करवाओ मैं फैक्ट कॉल रिकॉर्ड के साथ मेरी कब उनसे बात हुई, क्या बात हुई औऱ जिस दिन वो कहेंगे वो सारे प्रूफ मेरे सामने लेकर आओ तो मैं हरियाणा के दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने रखने को तैयार हूं। और जब भी में ये बात कहता हूं तो वो इस बात को समाप्त कर देते हैं। यानि दाल में काला हैं काला नहीं दाल ही सारी काली हैं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा हमारा हाल कुलदीप बिश्नोई जैसा करना चाहते थे, उन्होंने कुलदीप के साथ जो किया दुष्यंत चौटाला इतना नासमझ नहीं हैं। समझदार राजनीतिक नेता हैं उन्होंने अपनी समझदारी का ही उदाहरण दिया कि भूपेंद्र हुड्डा के ठुकराए जाने के बाद हमने भाजपा से बातचीत की।

जब नया-नया तामा-जामा जब बिछाते हैं तो उस समय आपको ये नहीं पता होता आपका लॉयल कौन है ? लॉयल्टी तो थी जो पुराने लोग हमारे साथ आये। मगर अकेले उनसे ही काम चलता तो तो हम थे ही और नए लोगों को हमने पार्टी में शामिल किया, उनमें से बहुत से लोग हमारे साथ हैं, कुछ लोग चले गए जैसे पेड़ और उसकी टहनियां रह जाती हैं बस उसके पत्ते रह जाते हैं। फिर बसंत ऋतु आती हैं और नए पत्ते आते हैं।  हम सकारात्मक लोग हैं और फिर नए सकारात्मक लोगों को जोड़ेंगे और जो पुराने हैं उनमें जो अच्छे लोग हैं पार्टी के कैडर के जो लोग हैं उनको पार्टी की टिकट देकर चुनाव लड़वाएँगे। दिग्विजय चौटाला पहला चुनाव आपके बीच से यही से लड़े थे पार्टी ने मुझे उस समय पार्टी को खड़ा करने जिम्मेदारी से उतारा था, उसके बाद मैं सोनीपत से लड़ा। तो मेरा आप लोगो से बड़ा लगाव हैं तो मुझको बहुत अच्छा लगता हैं। मेरे लिए ज्यादा जरूरी जो जिम्मा हैं पार्टी के लिए काम करना हैं। इसलिए मैंने पार्टी से कहा अगर वो समझते हैं तो मुझको चुनाव जरूर लड़वाये अन्यथा मैं ऐसे समय में पार्टी को मजबूत रखने के लिए काम लिए काम करना चाहूंगा। 

आप दो-चार दिन इंतजार कर ले जब आ जाये सारी स्थिति, राजनीति मैसेज में तो कुछ सेकेंड भी नहीं लगते बदलने में तो। हम भारतीय जनता पार्टी को मजबूती से प्रजाति करने के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हम हरयाणवी और हरियाणा की आवाज को लोकसभा में ले जाना चाहते हैं। यहीं हमारा मुद्दा हैं यही हमारा मेनिफेस्टो हैं। 

पत्रकार के जमना पार वाले सवाल पर बोले दिग्विजय चौटाला 

हमने पहला ऑफर चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को दिया था। चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के लिए दगाबाज निकलें तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ। हुड्डा जी का और मेरा एक दफा आमना-सामना करवाओ मैं फैक्ट कॉल रिकॉर्ड के साथ मेरी कब उनसे बात हुई, क्या बात हुई औऱ जिस दिन वो कहेंगे वो सारे प्रूफ मेरे सामने लेकर आओ तो मैं हरियाणा के दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सामने रखने को तैयार हूँ और जब भी में ये बात कहता हूँ तो वो इस बात को समाप्त कर देते हैं। यानि दाल में काला हैं काला नहीं दाल ही सारी काली हैं। पत्रकार की बात पर बोलें कमाल कर दिया ये बात तो मैंने तीन साल पहले भी बोली थी चार साल पहले मैंने ये बात बोली थी, गुड़गांव के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये बात बोली, आपकी नही पता चली होगी वो बात अलग हैं। 

पत्रकार ने कहा भाजपा की पांच कमी बताओ जिन मुद्दों पर आप भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ोगे। दिग्विजय चौटाला ने कहा 

  1. आज बैरोजगारी की खाई बहुत बड़ी हो चुकी हैं। 
  2. हम जो पॉलिश में सुधार करना चाहते हैं वो नहीं करने दिया इन लोगों ने। 
  3. 5100 रुपये पेंशन नहीं करने दी।
  4. आज किसान परेशान हैं। 
  5. दुष्यंत चौटाला के फूड एंड सप्लाई विभाग से हटते ही ऐसे सरसों का किसान अपनी फसल के ऊपर सोने को मजबूर हैं। 
  6. आढ़ती परेशान हैं। 
  7. 36 बिरादरी और हर वर्ग इस किसान से परेशान हैं। 

हरियाणा व हरयाणवी की आवाज लोकसभा तक पहुँचे, बड़ी पार्टियों की परछाई में उनके सांसद की आवाज दब जाती हैं। जो मुद्दा बनकर वहाँ पर नहीं उठा पाते, पिछली पंक्तियों में बैठे रहते हैं हरियाणा के सांसद। हरियाणा का सांसद होना चाहिए दुष्यंत चौटाला जैसा, जिसने पांच साल मजबूती से हरियाणा को गोरवाकित महसूस करवाया। जब ट्रैकर पर टैक्स लगा था तब दीपेंद्र हुड्डा की चु नहीं निकली थी, तब दुष्यंत चौटाला थे जब ट्रेक्टर की लड़ाई लड़कर उसको हटवाया था। संसद में पढ़ा-लिखा संघर्षशील मेहनती सांसद पहुँचे जो हरियाणा की बात करे। 

पत्रकार का सवाल चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आपका ऑफर क्यों ठुकराया था

उन्होंने ये कहा था कि आप लोग भाजपा के साथ मत जुड़िये, मेरे पास निर्दलीय नहीं हैं इसका मतलब वो ये चाहते थे हम 15 साल सरकार से बाहर थे औऱ पांच साल सत्ता से बाहर रहते, हमारा हाल कुलदीप बिश्नोई जैसा करना चाहते थे, उन्होंने कुलदीप के साथ जो किया दुष्यंत चौटाला इतना नासमझ नहीं हैं समझदार राजनीतिक नेता हैं उन्होंने अपनी समझदारी का ही उदाहरण दिया कि भूपेंद्र हुड्डा के ठुकराए जाने के बाद हमने भाजपा से बातचीत की। भारतीय जनता पार्टी ने ऑफर दिया था कि आपकी इन बातों को माना जायेगा, इसलिए हमने सहमति जताई। 

 

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Content Editor

Nitish Jamwal

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