सिविल अस्पताल की बड़ी लापरवाही, दस्त की दवाई लेने गए 10 माह के बच्चे को दी नींद की दवाई(VIDEO)

punjabkesari.in Saturday, Feb 15, 2020 - 06:22 PM (IST)

जींद (जसमेर) : जिले के सिविल अस्पताल के कुछ फार्मासिस्ट डाक्टरों से भी बड़े हो गए है। ऐसे ही एक फार्मासिस्ट ने शुक्रवार को 10 माह के एक बच्चे को डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाई देने की बजाय दूसरी दवाई दे दी। दवाई लेते ही बच्चे की हालत बिगड़ गई और उसकी जान पर बन आई। परिजनों ने गंभीर हालत में बच्चे को जींद के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया है।

इस सिलसिले में परिजनों ने जब सिविल सर्जन और पी.एम.ओ. से मिलने का प्रयास किया तो गेट पर तैनात सिक्योरिटी कर्मचारियों ने उन्हें अधिकारियों से नहीं मिलने दिया। जिले के कौशिक नगर निवासी विकास का 10 माह का बेटा पर्व बीमार हो गया। उल्टी-दस्त की शिकायत पर पर्व को वीरवार को जींद के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। बाल रोग विशेषज्ञ ने पर्व के लिए जो दवाई पर्ची पर लिखी थी, वह पर्ची लेकर पर्व के पिता विकास सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग के दवाई वितरण काऊंटर पर पहुंचे। काऊंटर पर बैठे फार्मासिस्ट ने डाक्टर द्वारा पर्व के लिए लिखी गई दवाई की जगह दूसरी दवाई दे दी।

यह दवाई जब पर्व को दी गई तो इसके तुरंत बाद पर्व की हालत बिगडऩे लगी। पर्व को यह दवाई वीरवार दोपहर बाद 3 बजे दी गई थी और दवाई लेने के बाद शुक्रवार दोपहर तक पर्व को होश नहीं आया। वह गहरी नींद में चला गया। परिजनों ने उसे नींद से जगाने के प्रयास किए तो भी बात नहीं बन पाई। इस दौरान पर्व की हालत लगातार बिगड़ती चली गई तो परिजनों ने उसे जींद के सिविल अस्पताल से निकालकर विवेकानंद नगर स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया। निजी अस्पताल में भी पर्व की नींद समाचार लिखे जाने के समय तक नहीं टूट पाई थी। उसे चिकित्सकों की लगातार देख-रेख में रखा गया है। 


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Isha

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