दुष्यंत का इस्तीफा मांगने वाले वे लोग हैं जो कांग्रेस को मजबूत करना चाहते हैं : दिग्विजय

punjabkesari.in Wednesday, Oct 13, 2021 - 08:22 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : जेजेपी हरियाणा के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा है कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सरकार तथा किसानों के मुद्दों के बीच मध्यस्था के लिए कभी भी पीछे नहीं हटेंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा किसान नेता दुष्यंत चौटाला पर विश्वास कर कर देखें उन्हें सार्थक परिणाम मिलेंगे। दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा किसान नेताओं के जो मुद्दे इस वक्त 11 बार वार्ता दौर के बाद नजर आते हैं। पहला मुद्दा एमएसपी का है दूसरा मुद्दा तीन कृषि कानूनों को लेकर है। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान आपस में बैठकर वार्ता कर कर ही निकलेगा। दिग्विजय ने कहा एसडीएम द्वारा मामलों की सुनवाई का जो मामला है उस मामले में जे जे पी का स्टैंड क्लियर है इस मामले में न्यायिक अधिकारी से सुनवाई होनी चाहिए। इस मसले में पहले दिन से जेजेपी के सभी नेता पक्षधर रहे हैं।

दिग्विजय सिंह चौटाला ने किसान संयुक्त मोर्चा के दो नेताओं योगिंदर यादव तथा गुरनाम सिंह चढूनी पर सीधा निशाना साधा तथा कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर गन्ने के भुगतान को लेकर टिकैत द्वारा समय-समय पर किए गए धरने व प्रदर्शन से दूर रहने वाले यह नेता अपने राजनीतिक लक्ष्य पूरा करने के लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर निशाने साधते हैं। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला से इस्तीफे की मांग करने वाले चढूनी दोहरी भाषा का इस्तेमाल करते हैं।

एक तरफ तो वह कहते हैं कि विधानसभा में रहकर किसानों की वकालत ज्यादा की जा सकती है दूसरी तरफ दुष्यंत जो विधानसभा के सदस्य हैं तथा उपमुख्यमंत्री हैं वह सरकार का हिस्सा हैं उनसे इस्तीफे की नौटंकी करते हैं। दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा चौधरी देवी लाल के प्रपौत्र दुष्यंत सिंह चौटाला किसानों के पक्षधर हैं तथा उनकी हर समस्या को सरकार में रहकर बखूबी उठा रहे हैं। समस्या का समाधान भी करवाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहे हैं। दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि कुछ लोग किसान नेताओं के रूप में कुछ राजनीतिक दलों के पार योजित एजेंट के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के चुनाव होने के बाद पंजाब से आए सभी किसान वापसी पंजाब में लौट जाएंगे क्योंकि उनका मुद्दा चुनावों तक है। उन्होंने कहा कि उसके बाद हरियाणा के किसान यह सोचेंगे कि पंजाब के किसानों ने उनके साथ क्या किया।

दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा मांगने वाले वे लोग हैं जो कांग्रेस को मजबूत करना चाहते हैं। दुष्यंत के इस्तीफे से लाभ केवल कांग्रेस को होने वाला है इसलिए कांग्रेस पार्षद कई कथित किसान नेता इस तरह के बयान बाजी में यकीन रख रहे हैं। दिग्विजय ने कहा किसान अगर दुष्यंत चौटाला को आजमा कर देखेंगे वह उन पर भरोसा करेंगे तो दुश्मन मध्यस्था कर कर उनकी कई समस्याओं का हल करवा देंगे। अतीत में भी दुष्यंत चौटाला इस बात के संकेत खुद भी दे चुके हैं।

जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा है कि योगेंद्र यादव को किसानों के फायदे अच्छे नहीं लगते है क्योंकि उन्हें कांग्रेस पसंद है और कांग्रेस के फायदे के लिए वे राजनीतिक साजिश के तहत तीन नए कानूनों का मुद्दा हल नहीं होने दे रहे। दिग्विजय ने कहा कि दोहरा चरित्र रखने वाले योगेंद्र यादव राजस्थान में किसानों की समस्याओं पर कभी नहीं बोलते, क्योंकि वहां कांग्रेस की सरकार है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है, क्योंकि योगेंद्र यादव केंद्र में पूर्व कांग्रेस सरकार में अच्छे-अच्छे पदों का आनंद उठा चुके हैं। मंगलवार को जेजेपी प्रदेश कार्यालय पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिग्विजय चौटाला पत्रकारों से रूबरू थे।

इन दौरान उन्होंने योगेंद्र यादव द्वारा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से पूछे गए 10 सवालों का जवाब दिया और उनसे छह प्रश्नों का उत्तर मांगा। साथ ही दिग्विजय ने किसानों के मुद्दों पर कभी भी और किसी भी माध्यम पर चर्चा करने के लिए योगेंद्र यादव को खुली बहस की चुनौती दी। जेजेपी प्रधान महासचिव ने कहा कि योगेंद्र यादव यूपीए सरकार के दौरान आठ साल में कम से कम 22 ऐसी कमेटियों के सदस्य रहे जिनमें नियुक्ति केंद्र सरकार के माध्यम से होती है, वे इन अच्छे पदों पर आनंद लेते रहे। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि आज योगेंद्र यादव का ध्यान किसान कानून या किसानों को अच्छा एमएसपी दिलवाने पर नहीं है क्योंकि कांग्रेस हाईकमान के आदेश पर उनका टारगेट केवल दुष्यंत चौटाला हैं।   

दिग्विजय चौटाला ने योगेंद्र यादव से अपने सवालों का उत्तर मांगते हुए पूछा कि नेताओं के विरोध में पिक एंड चूज की पॉलिसी क्यों अपनाई जा रही है। कुछ खास नेताओं और कुछ क्षेत्रों में ही विरोध क्यों किया जा रहा है और आपके खुद के क्षेत्र में कोई विरोध, टोल बंद आदि क्यों नहीं हो रहा है ? उन्होने पूछा कि हरियाणा के किसानों को आप बार-बार गुमराह कर रहे हो और भड़का रहे हो जबकि राजस्थान में बाजरे की सरकारी खरीद तक नहीं हो रही और वहां के किसान हरियाणा आकर बाजरा बेचते हैं। राजस्थान के किसानों की आपको कभी चिंता नहीं हुई क्या ? दिग्विजय ने पूछा कि हरियाणा देश में सबसे ज्यादा 11 फसलों को एमएसपी पर खरीदता है और आप यहीं पर एमएसपी खत्म होने का डर बताकर आंदोलन करते हो। किसी अन्य राज्य में एमएसपी की फसलों की संख्या बढ़वाने पर आपका क्यों ध्यान नहीं है ?

दिग्विजय ने यह भी सवाल पूछा कि हरियाणा देश में गन्ने का सर्वाधिक मूल्य 362 रुपये क्विंटल देता है जबकि उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को 325 रुपये का रेट मिल रहा है। आप गन्ना सर्वाधिक दाम पर खरीदने पर हरियाणा सरकार की तारीफ और उत्तरप्रदेश में किसानों को जागरूक क्यों नहीं करते ? उन्होंने पूछा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बार-बार किसानों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत के लिए मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा है। आपने उस पर कभी निमंत्रण स्वीकार कर बातचीत बहाल करवाने में सहयोग क्यों नहीं किया। क्या आप चाहते हैं कि बातचीत हो ? अगर हां, तो बीते 9 महीने में इस बारे में आपके उठाए कदमों के बारे में बताएं। दिग्विजय ने पूछा कि आप बार-बार उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा मांगते हैं जबकि आपके ही साथी गुरनाम चढ़ूनी कहते हैं कि सदन में रहकर ही आवाज़ प्रमुखता से उठाई जा सकती है और किसान हित में काम किए जा सकते हैं। आपको दुष्यंत चौटाला जी के पद पर रहकर लोगों के काम करने से इतनी तकलीफ क्यों है ?

वहीं दिग्विजय चौटाला ने योगेंद्र यादव के सभी 10 सवालों के जवाब में कहा कि जेजेपी हमेशा किसानों की बेहतरी चाहती है और किसान हित में हर बदलाव का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि यह विषय पूरी तरह केंद्र सरकार का रहा है और इन नये तीन कानूनों में किसान को जो भी ऐतराज है उसे दूर करवाने के लिए हम सदैव तैयार रहे हैं और हैं। दिग्विजय ने कहा कि जेजेपी एमएसपी को कानून का लिखित में हिस्सा बनाने के शुरू से पक्षधर है और एमएसपी की लिखित गारंटी देने की मांग करने वाली जेजेपी पहली पार्टी थी। उन्होंने कहा कि रही बात मंडी-एमएसपी खत्म, जमीन पर कब्जा होने की तो इन कानूनों से न कोई मंडी बंद होगी, न किसी किसान की जमीन पर कब्जा होगा। दिग्विजय ने ये भी कहा कि इन बदलावों की तैयारी पूर्व कांग्रेस सरकार में भी रही, लेकिन वे लोग इन्हें लागू करने का साहस नहीं कर पाए और जब ये कानून अब केंद्र सरकार लेकर आई तो कांग्रेस हल्ला कर रही है।

दिग्विजय ने कहा कि दर्जनों किसान संगठन सरकार के साथ हैं और बहुत से किसान नेता योगेंद्र यादव जैसे राजनीतिक महत्वकांक्षा वाले व्यक्ति की असलियत पहचान कर खुद को आंदोलन से दूर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल का पड़पौता दुष्यंत चौटाला आज हर दिन किसानों के हित में कोई ना कोई फैसला लेता है और किसान हित को सर्वोपरि रखता है। दिग्विजय ने कहा कि हम कृषि कानूनों की नहीं, किसानों की ढाल बनकर खड़े हैं और आखिरी सांस तक किसान हित में काम करते रहेंगे। इस अवसर पर जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह, महिला सेल की प्रदेश अध्यक्ष शीला भ्याण, एससी सेल के प्रदेशाध्यक्ष अशोक शेरवाल, इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप देसवाल, जेजेपी प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह, सर्वजीत मसिता आदि मौजूद रहे।

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Content Writer

Manisha rana

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