हिसार हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने की कवायद तेज
punjabkesari.in Wednesday, Oct 30, 2019 - 10:16 AM (IST)
चंडीगढ़ (बंसल): पदभार संभालते ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य के पहले हवाई अड्डे हिसार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने की कवायद तेज कर दी है और इस कड़ïी में आज उन्होंने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की तथा इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने रक्षामंत्री को अवगत करवाया कि दिल्ली आई.जी.आई. हवाई अड्डïे पर वायु यातायात के दबाव को कम करने के लिए हिसार का हवाई अड्डा एक उपयुक्त स्थल है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि गत रक्षामंत्री व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखे गए थे जिनमें हिसार हवाई अड्डे पर वायु सेना व सेना के विमानों और हैलीकॉप्टरों की सॢवस के लिए ङ्क्षहदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एच.ए.एल.) का मैंटेनैंस, रिपेयरऔर ओवरहॉल (एम.आर.ओ.) हब स्थापित करने का अनुरोध हरियाणा सरकार की ओर से किया गया था।
गौरतलब है कि हिसार में लगभग 3 हजार एकड़ सरकारी भूमि उपलब्ध है। इसके अलावा हिसार दिल्ली से लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर है और राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी से जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने रक्षा उत्पादों का उद्योग भी हरियाणा में स्थापित करने की चर्चा रक्षा मंत्री से की। मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से आई.एम.टी. रोहतक में बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने से संबंधित प्रतिरक्षा परियोजना को भी शीघ्र पूरा करवाने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिसार हवाई अडïï्डे के निकट एक स्पैशल अलॉय प्लांट स्थापित करने और वायु सेना के गुरुग्राम स्थित आयुध डिपो, के चारों तरफ 300 मीटर क्षेत्र तथा फरीदाबाद में तिगांव के चारों ओर 100 मीटर के संरक्षित क्षेत्र के मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने इस क्षेत्र में बसे हुए घरों के लिए कानून पर आधारित व्यवाहरित दृष्टिकोण से समाधान करने पर भी चर्चा की।