मैड़िकल जांच के लिए सुबह से लाइनों में लगे थे बुजुर्ग, फोन कर बुलाए चिकित्सक

punjabkesari.in Saturday, Nov 09, 2019 - 12:30 PM (IST)

जींद (राठी) : बुढ़ापा पैंशन के लिए मैडीकल जांच करवाने आए बुजुर्गों को काफी लम्बा इंतजार करना पड़ा। काफी संख्या में कई ब्लॉकों के बुजुर्ग सुबह से ही मैडीकल जांच कैम्प में आ पहुंचे थे लेकिन चिकित्सकों के न आने से वे 3-4 घंटे लाइनों में ही खड़े रहे। डी.एस.डब्ल्यू. ने सिविल सर्जन डा. शशिप्रभा अग्रवाल को 5 बार मोबाइल फोन पर चिकित्सक  भेजने को कहा लेकिन सिविल सर्जन ने उसके कई देर बार 2 चिकित्सकों को मैडीकल जांच कैम्प भेजा।

चिकित्सकों के लेट आने के कारण ही कैम्प में व्यवस्था नहीं बन पाई। इसके कारण बुजुर्गों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। तकरीबन साढ़े 11 बजे सिविल अस्पताल जींद से 2 चिकित्सक पहुंचे। तब जाकर बुजुर्गों की मैडीकल जांच हो पाई। शुक्रवार को लगे मैडीकल जांच कैम्प में 925 पुरुष एवं महिला पहुंची और चिकित्सकों ने सभी की मैडीकल जांच की गई। सुबह साढ़े 11 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक बुजुर्गों की मैडीकल जांच हो पाई। 

जिला समाज कल्याण विभाग की ओर से बुढ़ापा पैंशन के लिए बी.डी.पी.ओ. कार्यालय में मैडीकल जांच कैम्प लगाया गया था। जिसमें ब्लॉक जींद, जींद शहर, जुलाना, सफीदों, सफीदों शहर, पिल्लूखेड़ा के उन महिला एवं पुरुषों को बुलाया गया था। जिनकी उम्र 60 साल हो चुकी है लेकिन उनके पास 60 साल उम्र होने का कोई प्रमाण पत्र नहीं है। ऐसे महिला एवं पुरुषों की चिकित्सकों द्वारा मैडीकल जांच करवाई गई। हालांकि, बुजुर्गों को मैडीकल जांच करवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।

सुबह के समय मैडीकल करवाने वाले लोगों की भीड़ कम थी लेकिन धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती गई, क्योंकि काफी संख्या में महिला एवं पुरुषों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया था लेकिन चिकित्सकों के न आने के कारण महिला एवं पुरुषों लाइनों में ही इंतजार करते रहे। उसके बाद जब चिकित्सक पहुंचे तो भीड़ बेकाबू हो गई। एकदम इतनी संख्या में लोगों के एकत्र होने से समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों को समझ ही नहीं आ रहा था कि व्यवस्था कैसे बनाएं।

लोगों की भीड़ ज्यादा होने से धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिसको लेकर पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर नियंत्रण किया लेकिन फिर भी भीड़ बेकाबू ही रही। इसके बाद लोगों के रजिस्ट्रेशन के लिए अलग से व्यवस्था की गई और मैडीकल के लिए अंत्योदय सरल केंद्र कार्यालय में डाक्टरों को बिठाया गया। इसके बाद ही विभाग व पुलिस को कुछ राहत मिल पाई।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News

static