34 साल सेवा देने पर इतनी पेंशन मिलती है कि बताते हुए खुद को भी शर्म आ जाए

punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2020 - 10:38 PM (IST)

टोहाना (सुशील सिंगला): पूर्व सरकारी कर्मचारी आज न्यू पेंशन स्कीम से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण जिला फतेहाबाद टोहाना के गांव मादूवाना के जगबीर का है जिसका कहना है कि उसने 34 साल सरकार की सेवा की अब उसे मात्र 1118 रूपए पेंशन मिल रही है। जगबीर का कहना है कि उसे दी जा रही पेंशन मजाक लगती है। 

जगबीर ने 24 साल एमआईटी में व 10 साल शिक्षा विभाग में बतौर सरकारी कर्मचारी अपनी सेवाएं दी। उसे सरकार की तरफ से बेहतर पेंशन की उम्मीद थी जिसके सहारे वो अपना जीवन यापन कर सके। लेकिन उसे दी जा रही पेंशन 1118 रूपए मजाक लगती है। आर्थिक तंगी के शिकार जगबीर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित बुढ़ापा पेंशन लेने की कोशिश की पर पूर्व सरकारी कर्मचारी बुढापा पेंशन का हकदार नहीं होता, इसलिए उसकी रिकवरी भी मांग ली गई। उसका कहना है कि जब पाच साल के विधायक व सांसद पुरानी पेंशन के हकदार हैं तो वो क्यों नहीं?

इस बारे में कर्मचारी नेता ऋषि नैन बताते है कि हरियाणा के सरकारी कर्मचारी की 1982 की पेंशन स्कीम को बन्द करके वर्ष 2006 से नई पेंशन स्कीम में डाल दिया गया है। जिसके तहत दस प्रतिशत कर्मचारी का व 10 प्रतिशत सरकार का ये पैसा शेयर मार्किट में डाल दिया जाता है जिसके बारे में कर्मचारी की कोई सहमति भी नहीं ली जाती।

गौरतलब है कि वर्ष 2006 में प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम को रद्द करके नई पेंशन स्कीम लागू की गई थी, जिसका कर्मचारी संगठन इसे कर्मचारियों के साथ भद्दा मजाक बता कर लगातार विरोध कर रहे हैं। क्योंकि इसके तहत मिलने वाली पेंशन सरकार द्वारा घोषित बुढापा पेंशन से भी कई बार कम बनती है जो उपहास के साथ कर्मचारी की बेचारगी को दर्शाती है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Shivam

Recommended News

Related News

static