वन रैंक-वन पेंशन की मांग को लेकर पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

punjabkesari.in Monday, Apr 03, 2023 - 01:47 PM (IST)

चरखी दादरी (पुनीत) : वन रैंक-वन पेंशन में विसंगतियों में सुधार की मांग उठा रहे पूर्व सैनिक आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार की मुश्किले बढ़ा सकते हैं। इस बार पूर्व सैनिक जहां आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। वहीं इस साल के अंत में प्रदेश स्तरीय बड़ी रैली कर विधानसभा चुनावों को लेकर बड़े फैसले ले सकते हैं। जिसके बारे पूर्व सैनिकों ने सड़कों पर उतर कर सरकार को सीधे रूप से चेतावनी दी है। हालांकि पूर्व सैनिकों ने पहले प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर मांगे पूरी करने का अनुरोध किया है।

पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

वन रैंक वन पेंशन को पूरी तरह से लागू न करने पर पूर्व सैनिकों का गुस्सा फूटने लगा है। पूर्व सैनिकों ने दादरी के रोज गार्डन में एकजुट होकर रोष मीटिंग की।  इसके बाद प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। पूर्व सैनिकों ने सरकार के खिलाफ रोष जताते हुए प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और वन रैंक वन पेंशन में विसंगतियों को दूर करने का आह्वान किया। पूर्व सैनिकों का कहना है कि जंग में लड़ने वाले सैनिकों का सम्मान होता है। लेकिन वन रैंक वन पेंशन को आधे अधूरे तरीके से लागू कर पूर्व सैनिकों का तिरस्कार किया गया है।

मांगे पूरी नहीं मानी तो विधानसभा चुनाव में भुगतना होगा खामियाजाः पूर्व सैनिक

पूर्व सैनिकों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे एडवोकेट विरेंद्र डूडी व राम सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि कि वन रैंक, वन पेंशन को आधा अधूरा लागू किया गया है। जिसके चलते पूर्व सैनिकों में भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि सन 1965 और 1971 की जंग लड़ कर सैनिकों ने देश को गौरान्वित किया था। आज उन्हीं सैनिकों का तिरस्कार किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक वह सड़कों पर आंदोलन करते रहेंगे। साथ ही चेतावनी दी कि इसी साल के अंत में प्रदेश स्तरीय बड़ी रैली कर सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाया जाएगा। वहीं सरकार को आगामी विधानसभा चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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