बिजली मंत्री की कोठी पर हुई कर्मचारी की मौत का मामला गरमाया,परिवार ने  डेड बॉडी लेने से किया इनकार

punjabkesari.in Tuesday, Apr 19, 2022 - 08:35 AM (IST)

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : 14 अप्रैल को प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के चंडीगढ़ निवास पर राकेश वर्मा नामक कर्मचारी के करंट लगने से हुई मौत का मामला गर्माता नजर आ रहा है। सोमवार को हरियाणा पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने चंडीगढ़ स्थित विभाग के मुख्यालय जोरदार प्रदर्शन करते हुए मृतक के परिवार को तत्काल प्रभाव से 20 लाख रुपए नगद और उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। प्रधान कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि विभाग के तमाम कर्मचारियों ने फोन व अन्य माध्यमों से वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने की लाख कोशिशें की। बावजूद इसके ना ही मृतक के परिवार के साथ दुख प्रकट करने कोई अधिकारी आया और ना ही फोन पर किसी ने बात की। अधिकारियों के इस रवैया से सभी कर्मचारियों में बेहद रोष है। जल्द से जल्द अगर उनकी मांगों को विभाग पूरा नहीं करता तो प्रदेश के सभी जिलों में बड़े स्तर पर प्रदर्शन की चेतावनी इन प्रदर्शनकारियों ने दी है।

 भारतीय मजदूर संघ के प्रधान अशोक कुमार ने कहा कि पीडब्ल्यूडी मुख्यालय का घेराव इलेक्ट्रिशियन हेल्पर राकेश कुमार की मौत के बाद अधिकारियों के बर्ताव के दुख में किया गया है। बिजली मंत्री की कोठी नंबर 32 पर कूलर में करंट आने के कारण राकेश वर्मा की राकेश वर्मा की मौत हुई। जिस बारे कर्मचारियों और परिवार ने संबंधित अधिकारियों से बात करने की कोशिश की। यूनियन के ब्रांच प्रधान और जिला प्रधानों ने भी संपर्क करने की कोशिश है। लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। आज 3 दिन से मृतक की डेड बॉडी अस्पताल में पड़ी है। परिवार का रो रो कर बुरा हाल मचा हुआ है। लेकिन सरकार और उच्चाधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा। जल्द से जल्द मृतक की विधवा को नौकरी और 20 लाख की मदद नहीं दी जाती तो विभाग की ईट से ईट बजा दी जाएगी। प्रदेश के कर्मचारी हरियाणा कर्मचारी संघ के बैनर तले एक बड़े आंदोलन का रूप दे देंगे और मुख्यालय के मेन गेट पर ताला लगा दिया जाएगा।

 बता दें कि राकेश वर्मा नामक कर्मचारी डेली वेजेस पर पीडब्ल्यूडी में इलेक्ट्रिशियन हेल्पर के तौर पर पिछले 12-13 साल से कार्यरत था जोकि 14 अप्रैल को कोठी नंबर 32 की कूलर ना चलने की शिकायत पर गया था। जहां कूलर ठीक करते वक्त करंट लगने से उसकी मौत हो गई थी। मौके पर ही पहुंचे अन्य कर्मचारियों ने संबंधित जूनियर इंजीनियर, एसडीओ, एक्स ई एन और ठेकेदार से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन इनमें से किसी ने भी इस मामले को गंभीरत से नहीं लिया। अधिकारियों ने कर्मचारियों या परिवार से बात करने की जहमत नहीं उठाई। इससे रुष्ट होकर कर्मचारियों को इस प्रदर्शन जैसा कदम उठाना पड़ा। परिवार ने भी डेड बॉडी अस्पताल से लेने से मना कर दिया है और कर्मचारियों ने तत्काल प्रभाव से पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए की नगद राशि और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। ऐसा ना करने पर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है। साथ ही साथ संबंधित जेई, एसडीओ, एक्सईएन और ठेकेदार के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज करने की मांग भी इन कर्मचारियों ने दी है। परिवार ने भी इससे संबंधित पुलिस में शिकायत भी दी हुई है। लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होने की बात परिवार कह रहा है।

 


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Content Writer

Isha

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