जींद के इन गावों में बाढ़ ने मचाई तबाही, किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद...
punjabkesari.in Wednesday, Sep 03, 2025 - 03:06 PM (IST)

जींद (अमनदीप पिलानिया): हरियाणा के जींद जिले के जुलाना हल्के के गांवों—पढ़ाना, ढिगाना और निडाना में 30 साल बाद फिर से 3 सितंबर को बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जो 1995 की भयानक बाढ़ की याद दिलाते हैं। भारी बारिश और ड्रेनेज सिस्टम के ओवरफ्लो होने से हजारों एकड़ फसलें पानी में डूब गईं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। पढ़ाना गांव के किसान बिट्टू ने बताया कि उनकी 100 एकड़ से अधिक फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने प्रति एकड़ 40,000 रुपये के ठेके पर यह जमीन ली थी। बिट्टू ने ड्रेनेज की बांध टूटने और समय पर सफाई व मजबूती न होने को इस तबाही का मुख्य कारण बताया।
उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा, "अगर ड्रेनेज की सफाई और बांधों की मरम्मत समय पर की गई होती, तो यह नुकसान टाला जा सकता था।"बिट्टू ने मांग की है कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ 60,000 रुपये मुआवजे के रूप में दे।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने भले ही फसल नुकसान के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया है, लेकिन सीएससी सेंटर पर यह पोर्टल काम नहीं कर रहा, जिससे किसानों को मुआवजा दावा करने में परेशानी हो रही है। हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि प्रभावित किसान 10 सितंबर 2025 तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रशासन ने ड्रेनेज सिस्टम की जांच और नुकसान के आकलन के लिए टीमें गठित की हैं, लेकिन किसानों का कहना है कि समय पर कार्रवाई न होने से उनकी मेहनत और निवेश पानी में बह गया।