रोकी जा सकती थी नूंह में हिंसा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने बताई मेवात प्रकरण की असली वजह
punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2023 - 05:57 PM (IST)
चंडीगढ़ : हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद अब राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस-बीजेपी के नेता एक दूसरे पर चुनाव में फायदा लेने के लिए दंगे भड़काने का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज प्रेस वार्ता कर हरियाणा सरकार पर निशाना साधा है।
हुड्डा ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार समय पर सही कदम उठाती तो यह दंगे न होते। सरकार ने पुलिस की बजाय होमगार्ड नियुक्त किए हुए थे। प्रशासन को पहले ही पुलिस तैनात कर देनी चाहिए थी। सरकार ने सही समय पर सही कदम उठाए होते तो यह घटना टल सकती थी। हुड्डा ने आगे कहा कि 'जब दंगा होता है तो उससे किसी भी पक्ष को फायदा नहीं होता, बल्कि लोगों को बहुत नुकसान होता है। हुड्डा का कहना है कि हाईकोर्ट के जज के अंतर्गत जांच होनी चाहिए कि सरकार नाकाम क्यों रही? वहीं मामन खान को लेकर उठ रहे सवालों पर हुड्डा ने कहा कि उन्होंने काफी पहले विधानसभा में बयान दिया था, जबकि दंगा अब हुआ है।
हरियाणा में हर कोई असुरक्षित है
हुड्डा ने कहा कि मोनू मानेसर को लेकर सीएम और डिप्टी सीएम के बयान भी विरोधाभाषी हैं। उन्होंने बताया कि जुलाई में G-20 की बैठक गुडगांव में हुई थी, जिसका विषय अपराध और सुरक्षा था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में हर कोई असुरक्षित है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो शांति बनाए रखें। साथ ही सरकार से मांग की है कि दंगे के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
खट्टर के इस्तीफे के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि ये सरकार नाकाम हो गई है, इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। हुड्डा ने हरियाणा में चुनाव से पहले बीजेपी के दंगे भड़काने के सवाल पर कहा कि चुनाव पूरे देश में होने वाले हैं। ऐसा माहौल देश के हित में नहीं है। भाजपा-जजपा सरकार पूरी तरह से कानून व्यवस्था को कायम करने में विफल साबित हुई है।
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