BJP में शामिल हुए पूर्व विधायक धंतौड़ी ने हुड्डा पर साधा निशाना, बोले- अपनी हार भूल गए क्या

punjabkesari.in Tuesday, Oct 11, 2022 - 11:08 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की टिप्पणी का जवाब देते हुए भजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने कहा कि यह उनकी 75 पार की उम्र का तकाजा है कि वह भूल गए कि वह 82 में अपने पहले चुनाव में बुरी तरह हारे थे। 1987 में भी बुरी तरह हारे। 1991 में पहली बार वह चुनाव जीते थे। इसलिए उन्हें घमंड नहीं करना चाहिए। 1999 में हुड्डा लोकसभा चुनाव भी हार चुके हैं और 2019 में वह और उनके पुत्र बुरी तरह से लोकसभा चुनाव हारे थे। किसी भी नेता की हार और जीत कभी भी हो सकती है। उदयभान के पिता को आया राम-गया राम बताते हुए कहा धंतौड़ी ने कहा कि एक दिन में तीन पार्टियां बदलने वाले लोग भी आज ज्ञान बांट रहे हैं। उन्हें अपना ज्ञान अपने पास रखना चाहिए। 3 चुनाव हार चुके उदयभान 70 साल के बुजुर्ग हैं। इसलिए उन्हें घर में आराम करने की जरूरत है। भान को घर में रहकर अपने पापों का निर्वहन करने की जरूरत है।

 

कार्यालय के गेट पर नतमस्तक होते ही भाजपा को अपने अंदर उतार लिया : धंतौड़ी

 

कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थामने वाले शाहबाद मारकंडा के पूर्व विधायक अनिल धंतौड़ी ने बातचीत के दौरान कहा कि परिवारवाद से छुटकारा मिलने पर आज बड़े सुख की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यालय गेट पर नतमस्तक होकर अंदर आया हूं, वहीं से भाजपा को अपने अंदर उतार लिया था। पूरे विश्व के सबसे बड़े संगठन भाजपा ज्वाइन करने से पहले भाजपामयी हो चुका हूं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर कड़ी टिप्पणियां करते हुए कहा कि हुड्डा ने 20 सालों में 25 से 45 वर्ष के युवाओं को तहस-नहस किया। उन्हें क्षति पहुंचाई। उन्हें मारा है। एक भी नौजवान को आगे नहीं बढ़ने दिया। इसी से दुखी होकर कांग्रेस का त्याग किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हमारा देश-प्रदेश लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर है। मनोहर नीतियों ने प्रदेश को विकास की गति प्रदान की है।

 

 कृष्ण बेदी मेरे बड़े भाई राम लक्ष्मण की तरह पार्टी के लिए करेंगे काम : धंतौड़ी

 

शाहबाद मारकंडा विधानसभा में उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी रह चुके कृष्ण बेदी को उन्होंने बड़ा भाई बताते हुए कहा कि यह विचारों की लड़ाई थी। आज भाजपा में ज्वाइन करने के बाद हमारे दोनों के विचार एक हो चुके हैं। वह बड़े भाई हैं और मैं उसका छोटा भाई। राम लक्ष्मण की तरह पार्टी को आगे लेकर जाने का दोनों का काम है और निश्चित तौर पर जहां भी पार्टी मेरी जिम्मेदारी लगाएगी, वह बखूबी निभाने का काम करूंगा। पार्टी की लीडरशिप- प्रधानमंत्री- मुख्यमंत्री जो भी आदेश करेंगे वहां खड़ा रहूंगा। 

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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