सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 62 लाख की ठगी, पुलिस ने किया मामला दर्ज
punjabkesari.in Monday, Aug 30, 2021 - 08:35 AM (IST)

गुडग़ांव (ब्यूरो) : सरकारी नौकरी की चाह रखने वालों को शातिर ठग अपने जाल में फंसा रहे हैं। सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने का मामला सोहना क्षेत्र में सामने आया है। पीड़ित ने अपने 4 भतीजों को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए जमीन बेच दी। आरोपियों ने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) में नौकरी पक्की होने का पीड़ितों को अपॉइंटमेंट लेटर भी दिया। रुपए लेने के लिए आरोपियों ने पीड़ितों को छत्तीसगढ़ बुलवाया। अब आरोपी फरार हो गए हैं। सोहना सदर थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है।
सदर सोहना पुलिस को दी शिकायत में गांव दोहला निवासी श्याम सिंह ने बताया कि उनकी मुलाकात दिल्ली मंडी हाउस के पास अमित चपरासी से हुई थी। अमित ने उन्हें एक आईएएस के बारे में बताया जो सरकारी नौकरी लगाते हैं। उसने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में वैकेंसी होना बताते हुए अक्तूबर 2020 में निकेश पचपुते से मिलवाया। निकेश ने बातचीत के बाद उनके बेटे के दस्तावेज मांगे। इस पर श्याम सिंह ने अपने भतीजे अरुण, कुणाल, पुष्पेंद्र और सोनू के दस्तावेज भेज दिए। दस्तावेज देखने के बाद निकेश ने चारों को रायपुर छत्तीसगढ़ भेजने को कहा। वहां एफसीआई में एजी तीन पद पर नौकरी लगाने की बात कही। इन चारों को बातचीत के अनुसार 4-4 लाख रुपए देकर छत्तीसगढ़ भेज दिया।
रायपुर के होटल मिडलैंड में पहुंचने पर उनकी मुलाकात कथित आईएएस आलोक कुमार महाजन व निकेश मिले, जिन्हें चारों ने 4-4 लाख रुपए नकद दे दिए। इसके बाद दोनों ने उन चारों को अपॉइंटमेंट लेटर दिए और कहा कि दिवाली के बाद फोन पर बता देंगे। इसके बाद उन्हें वापस भेज दिया। इसके बाद श्याम की निकेश से बात होती रही। दिवाली के 20 दिन बाद निकेश पचपुते के मांगने पर चारों युवक 5 लाख रुपए लेकर बिलासपुर छत्तीसगढ़ गए। निकेष ने पुष्पेंद्र को लेटर दिया और अन्य तीनों का डाक से लेटर घर पहुंचने की बात कही।
इसके बाद चारों युवक बिलासपुर से वापस गुरुग्राम आ गए। निकेश ने 13 लाख रुपए आलोक व अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा दिया। इसके बाद फरवरी 2021 में निकेश व आलोक क्रेटा गाड़ी से ड्राइवर के साथ आए और उनसे 28 लाख रुपए लेकर चले गए। दोनों को दिए गए रुपए जमीन बेचकर व गिरवी रखकर लिए गए थे। इसके बाद भी आरोपियों ने उन्हें नौकरी नहीं दी। जब भी वह नौकरी पर बुलवाने की बात कहते तो आरोपी आश्वासन दे देते। इसके बाद उन्हें अपने साथ ठगी का अहसास हुआ जिसके बाद उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
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