गोल्ड जीतने वाली पहलवान नीतू घनघस का अभिनन्दन करेगी घनघस खाप: जगदीप घनघस

punjabkesari.in Sunday, Aug 07, 2022 - 09:08 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्रशेखर धरणी): हरियाणा घनघस खाप के अध्यक्ष जगदीप घनघस ने कॉमनवेल्थ गेम्स में धनाना गांव की नीतू घनघस द्वारा बॉक्सिंग में 48 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड जितने पर बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। जगदीप घनघस ने कहा कि पूरे विश्व में हरियाणा का खेल जगत में नाम ऊंचा करने वाली नीतू घनघस का जल्दी ही घनघस खाप अभिनन्दन करेगी। जगदीप घनघस ने कहा कि नीतू ने महिलाओं के मिनिमम वेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में विश्व चैम्पियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता रेस्जटान डेमी जेड को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया, जिससे सभी जगह जबरदस्त उत्साह है। जगदीप घनघस ने भविष्य में होने वाली एशियन व ओलंपिक खेलों के लिए नीतू घणघस को आगे बढ़ने की कामना की। नीतू एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। उसने बचपन से ही मुक्केबाज बनने का सपना संजोया था। आज कॉमनवेल्थ जैसी प्रतियोगिता में मेडल लाकर इसने भारत व हरियाणा का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि कॉमनवेल्थ खेलों से लौटने के बाद नीतू एशियन गेम और फिर ओलंपिक की तैयारी में जुटेगी।

 

जगदीप घन ने कहा कि इनके परिवार द्वारा नीतू घणघस के खेल को लेकर काफी मेहनत की गई। हरियाणा को दूध-दही के खाने वाला प्रदेश माना जाता है। इसीलिए नीतू की खुराक में घी, दूध, दही का विशेष प्रबंध किया जाता रहा है। इनके मात-पिता द्वारा इनके लिए लोन लेकर ढाई लाख रुपये में अच्छी नस्ल की भैंस खरीदी गई, ताकि नीतू की डाइट पूरी हो सके। आमतौर पर मुक्केबाजी को लड़कों का खेल माना जाता है, परन्तु नीतू के मात-पिता ने इस लिंगभेद से ऊपर उठकर नीतू को लड़के की तरह पाला। नीतू घणघस ने फरवरी 2022 में ओलंपियन मुक्केबाज मैरीकॉम को हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में स्थान पक्का किया था, तभी से खेल प्रेमियों को उनसे पदक की उम्मीदें थी। नीतू उन उम्मीदों पर खरा उतरी हैं और कांस्य पदक पक्का कर दिया है। जाने से पहले नीतू स्वर्ण ने पदक जीतकर लाने का वादा कर राष्ट्रमंडल खेलों के लिए रवाना हुई थी। मुक्केबाज ने 2017 में आईबा यूथ महिला मुक्कबाजी प्रतियोगिता और 2018 में हुई, एशियन यूथ बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक जीता है। साल 2022 में बुल्गारिया में आयोजित 73वें स्ट्रेडजा कप बॉक्सिंग टूर्नामेंट में भी स्वर्ण पदक जीता था।

 

 जगदीप घनघस ने कहा कि  नीतू घणघस को अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज मैरिकॉम के उत्तराधिकारी के तौर पर भी देखा जाता है। जो कम भार वर्ग में देश के लिए मेडल लाने का दम रखती है। नीतू ने 2017 में आईबा यूथ वूमेन बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। वर्ष 2018 में एशियन यूथ बॉक्सिंग में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया। 2022 में बुल्गारिया में हुई, 73वें सरांडजा बॉक्सिंग टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। हालांकि इन उपलब्धियों के दोरान वर्ष 2016 व 2019 में नीतू घणघस को शोल्डर इंजरी का सामना भी करना पड़ा। वर्ष 2016 में पैल्विक इंजरी से रिक्वर होने के बाद नीतू घणघस ने आईबा यूथ बॉक्सिंग में मेडल जीता। 2019 में हुई, शोल्डर इंजरी ने उसे लगभग दो साल तक मुक्केबाजी से दूर रखा। नीतू ने कॉमनवेल्थ खेलों में जाने से पहले कहा था कि उसे अपनी मेहनत पर पूरा भरोसा है कि कॉमनवेल्थ में गोल्ड आएगा।



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Content Writer

Gourav Chouhan

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