गोहाना की बेटी कश्मीर से कन्याकुमारी तक लगाएगी दौड़, जानें क्या देना चाहती है संदेश

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2024 - 05:34 PM (IST)

गोहाना (सुनील जिंदल) : "पंखों से नहीं हौसलें से उड़ान होती है", यही हौंसला गोहाना उपमंडल के गांव रूखी की रहने वाली 14 साल की सानिया जम्मू-कश्मीर के लाल चौक से लेकर कन्याकुमारी तक दौड़ कर यह कारनामा करने जा रही है। यह 4 हजार किलोमीटर का सफर दौड़ कर केवल 121 दिन में तय करेंगी। इसके लिए गांव से अपने माता-पिता के साथ जम्मू और कश्मीर के लाल चौक के लिए रवाना हो गई हैं।

सानिया 12 दिसंबर से कश्मीर से कन्याकुमारी के लिए रेस लगाएगी जो अपने आप एक रिकॉर्ड होगा उसके इस जज्बे को देखते हुए बरोदा के कांग्रेस विधायक इंदुराज नरवाल भी गांव में पहुंचे और सोनिया को इसके लिए शुभकामनाएं दी। सानिया के माता-पिता ने भी अपनी लाडली बेटी के इस कारनामे को लेकर खुशी जताई है। 14 साल की सानिया बहुत ही गरीब परिवार से आती है। सानिया अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। सानिया के पिता सुरेश पांचाल एक वैल्डिंग मिस्त्री हैं और मां ऊषा गृहिणी हैं।

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ये देना चाहती है संदेश

सानिया के कोच ने कहा कि सानिया की रेस उन खिलाड़ियों को समर्पित है जो खिलाड़ी खासकर लड़कियां बीच में गेम को छोड़ देती हैं, सानिया इस रेस के माध्यम से संदेश देना चाहती है कि परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हों लेकिन होंसला नहीं हारना चाहिए।

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सानिया के पिता ने बताया कि सानिया जब 11 साल की थी तो उझलकूद ज्यादा करती थी। पहचान वालों ने उसे खेल में जाने को कहा लेकिन सभी खेल महंगे होने के कारण उसे नहीं भेज सके। बच्चे के हौंसले को देखते हुए मैं सानिया को खेतों में दौड़ करवाने लग गए। फिर एक दिन राजस्थान के रॉयल सैनिक स्कूल में खिलाड़ियों की स्कॉलरशिप पता चला तो वे अपनी बाहर साल की बेटी को लेकर राजस्थान के रॉयल सैनिक स्कूल पहुंचे। वहां पर 400 मी. की दौड़ जीत गई। जहां स्कॉलरशिप जीतकर वहीं प्रेक्टिस करने लगी। वहीं राजस्थान में स्टेट लेवल पर जूनियर प्रतियोगिताओं में गोल्ड और सिल्वर भी जीते। 

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Content Writer

Yakeen Kumar

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