स्टाफ की कमी के चलते बंद पड़ा है सरकारी अस्पताल, तीन महीने पहले ही सीएम ने किया था उद्घाटन

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 05:20 PM (IST)

रादौर (कुलदीप): रादौर के गांव अंटावा में सरकार द्वारा 2 एकड़ पंचायती भूमि पर लगभग साढ़े तीन करोड़ रूपए की लागत से बनाए गए प्राईमरी हेल्थ सेंटर का लगभग तीन महीने पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल द्वारा उद्धाटन किया गया था। लेकिन महीनों बीत जाने के बावजूद आज तक अस्पताल में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाई हैं। विभाग की ओर से करोड़ों रूपए की लागत से बने इस अस्पताल में आज तक न तो कोई डॉक्टर और न ही कोई स्टाफ सदस्य उपलब्ध करवाया गया है। जिससे क्षेत्र के लोगों में सरकार व स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर भारी रोष है।

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गांव अंटावा के ग्रामीणों ने बताया कि सरकार ने क्षेत्र के लोगों की मांग पर गांव अंटावा में पंचायती भूमि पर 25 बैड का बड़ा प्राइमरी हेल्थ सेंटर बनाया है। अस्पताल बने महीनों हो चुके है। लेकिन अभी तक अस्पताल में एक डॉक्टर तक की नियुक्ति नहीं की गई है। लोग अस्पताल में ईलाज करवाने पहुंचते है तो उन्हें अस्पताल में डॉक्टर व अन्य स्टाफ सदस्य न मिलने पर निराश होकर वापिस जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि अस्पताल में ईलाज की सुविधा शुरू हो जाएं तो आसपास के 20 से 25 गांव के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ग्रामीणों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं है।

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वहीं इस बारे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रादौर के एसएमओ डॉ.विजय परमार ने बताया कि सरकारी अस्पताल अंटावा के लिए विभाग की ओर से तीन डॉक्टरों के पद मंजूर किए गए हैं, अस्पताल के लिए डॉक्टर उपलब्ध हो गए हैं, लेकिन स्टाफ उपलब्ध नहीं हुआ है, जिस कारण एक डॉक्टर को अभी सरकारी अस्पताल रादौर व दो अन्य डॉक्टरों को अस्थाई तौर पर ट्रामा सैंटर यमुनानगर में तैनात किया गया है। स्टाफ उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे ही स्टाफ उपलब्ध होगा तो अस्पताल शुरू कर दिया जाएगा। 


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Shivam

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