हमारे समय में दवाइयों पर कोई टैक्स नहीं था, इस सरकार ने हर चीज पर लगाया टैक्स : भूपेंद्र हुड्डा

punjabkesari.in Monday, Jan 11, 2021 - 04:29 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : किसान आंदोलन को भड़काने का आरोप बीजेपी सीधे तौर पर कांग्रेस पर लगा रही है। घरौंडा विधानसभा के गांव कैमला में किसानों द्वारा किसान महापंचायत और मुख्यमंत्री के विरोध की घटना पर कांग्रेस की क्या सोच है ? इस बारे में जानने के लिए पंजाब केसरी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से खास बातचीत की। 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर यात्रा और आगामी बजट सेशन के बारे में कांग्रेस की क्या सोच है। इस बारे में भी बात की जिसके कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं:-

प्रश्न : कैमला में किसान महापंचायत पर किसानों की नाराजगी के बारे में क्या कहेंगे ?
उत्तर : 
इन तीनों कानूनों के बारे में पूरे देश के किसानों को आशंकाएं हैं कि यह उनके हक में नहीं हैं और इस बात में सच्चाई भी है। प्रदेश सरकार को केंद्र सरकार से बात करनी चाहिए, दबाव बनाना चाहिए ताकि किसानों और सरकार के बीच में सहमति बन कर समाधान निकले। सरकार को किसी भी तरह से टकराव से बचना चाहिए।

प्रश्न : कड़ाके की ठंड में किसान दिल्ली के चारों ओर बैठे हैं। हर वार्ता के बाद अगली वार्ता इसके बारे में क्या कहेंगे ?
उत्तर : 
वार्ता कई बार हो चुकी है और वार्ता से मसले भी सुलझ जाते हैं। यह कानून किसान के हक में नहीं है। किसान अपनी जगह बिल्कुल सही हैं। सरकार को यह कानून तुरंत प्रभाव से वापस लेनी चाहिए और किसानों के हित में नए कानून बनाने चाहिए। कितने अफसोस की बात है कि 60 से ज्यादा जाने इस ठंड में किसानों की जा चुकी हैं। 15 तारीख को होने जा रही वार्ता में किसानों की बात सरकार को मान लेनी चाहिए। मेरा इस सरकार से यह आग्रह है।

प्रश्न : सरकार तीनों कानून वापस न लेने की बात कह रही है और किसान इस पर अड़े हैं, आपका क्या सुझाव है ?
उत्तर : 
सरकार को होने वाली वार्ता में किसानों की आशंकाएं दूर करनी चाहिए और आगे जो भी कानून बनाए स्टेक होल्डर से बात करके बनाएं। 

प्रश्न : पेट्रोल, डीजल के दाम दिनों दिन बढ़ रहे हैं। गैस सब्सिडी नहीं दी जा रही। क्या कहेंगे ?
उत्तर : 
इसलिए किसान सड़कों पर हैं। डीजल के दाम आए दिन बढ़ रहे हैं। गैस के दाम बढ़ रहे हैं। लागत तो बढ़ रही है, लेकिन आमदनी घट रही है। हमारे समय में डीजल पर केवल 9 के आसपास वैट था। लेकिन आज इस सरकार में दोगुना है। जिससे डीजल की कीमत बढ़ गई। हमारे समय में खाद, फ़र्टिलाइज़र कीटनाशक दवाइयों पर बिल्कुल भी टैक्स नहीं था।लेकिन आज इन सभी पर टैक्स लगा दिया गया। कुछ आइटम पर तो 28 प्रतिशत तक टैक्स है। इस कारण से आज किसानी घाटे का सौदा बन चुकी है। किसान परेशान है कम से कम हरियाणा सरकार को वैट कम करके किसान को राहत देनी चाहिए।

प्रश्न : नए आंकड़ों में रोजगार के मामले में भी हरियाणा की स्थिति अच्छी नहीं है ?
उत्तर : 
नए आंकड़ों के अनुसार 32.5 प्रतिशत है। इसके अनुसार हरियाणा में हर तीसरा व्यक्ति बेरोजगार है। इस सरकार ने बेरोजगारी दूर करने की बजाय उसे बढ़ाने का काम किया। सरकारी नौकरियों में से भी छटनी की जा रही है। कोरोना काल में सरकार को नौकरियां छीनने की बजाए देनी चाहिए।

प्रश्न : वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने पर सरकार का रुख स्पष्ट नहीं है ?
उत्तर : 
चुनावों में बहुत बड़े-बड़े वायदे किए गए। लेकिन एक भी वायदा सरकार पूरा नहीं कर पाई।जेजेपी ने तो पेंशन 5100 देने की बात कही थी लेकिन सरकार बनने पर पेंशन और बुजुर्गों दोनों को भूल गए। सड़क पर दुर्घटना होने पर वाली मृत्यु पर 1 लाख देने की स्कीम पर भी सरकार ने रोक लगा दी।सरकार ने अब तक एक भी काम जनहित का नहीं किया। सभी जन विरोधी काम किए गए।

प्रश्न : कानून व्यवस्था पर आपकी क्या टिप्पणी है ?
उत्तर : 
हरियाणा की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। इसलिए सरकार से कह रहा हूं कि कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे टकराव हो। कानून व्यवस्था को सरकार को मजबूत करना चाहिए।

प्रश्न : सेशन जल्द बुलाने की आपकी बात सरकार ने नहीं मानी। फरवरी में बजट सेशन है, कांग्रेस की क्या तैयारी है ?
उत्तर : 
पत्र भी लेकर आएं। क्योंकि हरियाणा का आज हर वर्ग इस सरकार से परेशान है।

प्रश्न : हरियाणा विधानसभा का 13 प्रतिशत हिस्सा पंजाब के पास है इस पर कांग्रेस की क्या सोच है ?
उत्तर : 
हरियाणा का हक हरियाणा को मिलना चाहिए। दोनों सरकारों को आपस में बैठकर फैसला लेना चाहिए और हरियाणा का हक दिया जाना चाहिए।

प्रश्न : किसान आंदोलन में बीजेपी ने एसवाईएल का मुद्दा बड़े जोर शोर से उठाया। आपका क्या कहना है ?
उत्तर : इस समय बीजेपी ने एसवाईएल का मुद्दा केवल ध्यान भटकाने के लिए उठाया है। क्या एसवाईएल किसान खोदेगा, किसानों ने तो नहीं खोदनी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है केंद्र ने यह खोदनी है। प्रदेश और केंद्र में दोनों जगह बीजेपी की सरकार है।  प्रदेश सरकार को दिल्ली में बैठकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। 

प्रश्न : बर्ड फ्लू के संक्रमण के आंकड़े बहुत चौंकाने वाले हैं। हरियाणा में भी बर्ड फ्लू पैर पसार रहा है। क्या कहेंगे ?
उत्तर : 
सरकार को सचेत हो जाना चाहिए। तुरंत सभी सावधानियां बरतनी चाहिए। यह बहुत खतरे की बात है।

प्रश्न : 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर यात्रा के बारे में क्या कहेंगे ?
उत्तर : 
हम केवल किसानों की मांग का समर्थन कर रहे हैं।


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Manisha rana

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