जन स्वास्थ्य विभाग की दयनीय हालत, एक साल में 10 लाख तक का पानी पीे रहे हैं सरकारी अफसर

punjabkesari.in Friday, Sep 06, 2019 - 01:21 PM (IST)

हिसार: जहां एक तरफ सरकार पानी बचाने व साफ पानी की आर्पूूतु पर बड़े-बड़े दावे कर रही है वहीं सरकारी अफसर पानी खरीदने पर लाखों रुपए बिल का भुगतान कर रहे हैं। सुनने में जरूर अटपटा लग सकता है कि जन स्वास्थ्य विभाग के पानी को सरकारी अफसर पीने लायक नहीं मानते, लेकिन यह सच है। 

लघुसचिवालय के अफसर एक साल में 10 लाख तक का पानी पी जाते हैं और यह पानी एक निजी एजैंसी के वाटर कैम्पर से खरीदा जाता है। पूरी बिल्डिंग में बने अलग-अलग सरकारी दफ्तरों में हर रोज 270 से ज्यादा पानी के कैम्पर सप्लाई किए जाते हैं। प्रति कैम्पर पर स्पलायर को 300 रुपए तक महीने के हिसाब से भुगतान किया जाता है। इन कैम्परों के बिल का भुगतान जनता द्वारा दिए टैक्स के पैसे से किया जाता है।

ऐसा नहीं है कि यहां पर पानी की आपूॢत में किसी तरह की दिक्कत है या ठंडा पानी नहीं होने के कारण कैम्पर मंगवाने पड़ते हैं। लघु सचिवालय की बिल्डिंग में 12 से ज्यादा वाटर कूलर लगे हुए हैं। यहां पर काम के लिए आने वाली जनता इन्हीं वाटर कूलर के पानी से अपनी प्यास बुझाती है, लेकिन सरकारी अफसरों को इन वॉटर कूलर का पानी पीना मंजूर नहीं है।

क्या जन स्वास्थ्य विभाग का पानी पीने लायक नहीं है?
लाखों रुपए का पानी खरीद मामला कई सवाल खड़े करता है। क्या जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा सप्लाई किया जाने वाला पानी पीने लायक नहीं है। इसके अलावा अफसरों को बिल्डिंग में लगे दर्जन से ज्यादा वाटर कूलर का पानी पीना पसंद क्यों नहीं है अगर यहां का पानी साफ नहीं है तो इसकी जिम्मेदारी खुद प्रशासन की है। दूसरी तरफ यहां पर लगे वाटर कूलर का पानी वहीं हजारों लोग पीते हैं जिनके टैक्स से अफसर खुद के पानी के बिल का भुगतान करते हैं।


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Isha

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