अस्पतालों के सुरक्षा कर्मियों को नौकरी की गारंटी दे सरकार : सुभाष लांबा

punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2020 - 08:48 AM (IST)

चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग में एक अप्रैल से सिक्योरिटी में लगे ठेका कर्मियों की सेवाएं खत्म करने के स्वास्थ्य मंत्री के बयान के बाद उनमें हड़कंप मच हुआ है। संभावित छंटनी से भयभीत कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग में वर्षों से कार्यरत जिसे लेकर सिक्योरिटी समेत सभी कैटेगरी के हजारोंं ठेका कर्मचारियों ने पहली मार्च को अम्बाला में स्वास्थ्य मंत्री के यहां राज्यस्तरीय प्रदर्शन का निर्णय लिया है।

इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें सेवाएं निरंतर जारी रखने और कम से कम 24 हजार रुपए वेतन की मांग प्रमुख रहेगी।सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लाम्बा व महसचिव सतीश सेठी और सीटू की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा व महासचिव जयभगवान ने कहा कि वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के ढांचे में करीब 20 हजार के करीब ठेका कर्मचारी हैं, जो आऊटसोॄसग पालिसी-1 के तहत काम कर रहे हैं।

इनमें चिकित्सा महाविद्यालयों, सिविल  अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 3170 सिक्योरिटी कर्मचारी हैं। स्वास्थ्य मंत्री जिनके पास गृह विभाग भी है, ने 2 फरवरी को बयान देकर साफ किया है कि 1 अप्रैल से कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी और होमगार्ड्स को लगाया जाएगा। यह निर्णय गलत है और किसी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

लांंबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि स्वास्थ्य के ढांचे में काम स्थायी प्रकृति का है, जरूरत तो ठेका कर्मचारियों को पक्का करने की है, उलटे उनके पेट पर लात मारकर नौकरी से बाहर किया जा रहा है। स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन हरियाणा का गठन करते हुए प्रदेशव्यापी संघर्ष का एलान किया है। इसके तहत 1 मार्च को इंदिरा पार्क, अम्बाला में इकट्ठा होकर विशाल आक्रोश प्रदर्शन होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News

static