अगर अकेले सरकार बनी होती तो बुढ़ापा पेंशन 5100 रुपए कर देते: नैना चौटाला
punjabkesari.in Wednesday, Dec 21, 2022 - 10:22 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): जननायक जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री विधायक एवं उप मुख्यमंत्री की माता नैना चौटाला ने कहा कि अगर अकेले सरकार बनती तो 5100 पेंशन का अपना चुनावी वायदा पहले कलम से ही पूरा किया जाता और अपने विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या को लेकर 26 तारीख को शुरू होने वाले सत्र में नैना ने इस मुद्दे का क्वेश्चन लगा रखा है और कई महत्वपूर्ण विषय पर उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत है:-
प्रश्न:- जननायक जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर हुए कार्यक्रम के बारे में क्या सोचती हैं ?
उत्तर:- जजपा का स्थापना दिवस बहुत अच्छा रहा। पहले से ही जिस प्रकार से हम लगातार मेहनत कर रहे थे, लग रहा था कि हम पांडू पिंडारा का रिकॉर्ड अवश्य तोड़ेंगे जो कि हमने रिकॉर्ड तोड़ा है। जिस प्रकार से वहां मौजूद भीड़ में जजपा के प्रति उत्साह था, जिस प्रकार से युवाओं में जोश था, यह एक बड़ा संदेश था कि जननायक जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलों में बसी हुई है और दुष्यंत चौटाला के प्रति बेहद सम्मान पूर्वक भाव युवाओं के थे और वहां मौजूद बुजुर्ग चौ0 देवी लाल की अमानत के रूप में दुष्यंत को आशीर्वाद दे रहे थे।
प्रश्न:- 26 तारीख को शुरू होने वाले सत्र में अपने विधानसभा क्षेत्र के कौन-कौन से मुद्दे उठाएगी ?
उत्तर:- मेरी विधानसभा में सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है। लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। कुछ स्कूल अपग्रेड करने की भी समस्याएं हैं। मैंने इसी से संबंधित क्वेश्चन लगा रखे हैं।
प्रश्न:- इसके अलावा कौन-कौन से और मुद्दे उठाना चाहेंगे ?
उत्तर:- मुद्दे बहुत से होते हैं। आवर्स में जो बोलने का मौका मिलेगा तो अपनी बात अवश्य रखूंगी। अभी तो देखना यह है कि क्वेश्चन लगते हैं या नहीं, यह सेशन में ही पता लगेगा।
प्रश्न:- शीतकालीन सत्र में विपक्ष के किस प्रकार के व्यवहार की उम्मीद करती हैं ?
उत्तर:- विपक्ष का काम मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का होता है, वही इसे हैंडल करेंगे। इसमें हमारा कोई रोल नहीं होता।
प्रश्न:- "भारत जोड़ो यात्रा" को लेकर राहुल का हरियाणा में जल्द आगमन है, आपकी उस पर क्या टिप्पणी है ?
उत्तर:- यह उनका निजी मामला है। मेरी राजनीति दूसरों से कुछ भिन्न है। वह यात्रा कर रहे हैं, इसका रिजल्ट तो बाद में पता चलेगा कि क्या रहेगा। बाकि असल में कुछ नहीं है। अंदर से सब खोखला है। दिखावा ज्यादा है इसलिए रिजल्ट कुछ भी नहीं मिलने वाला। वह पदयात्रा कर रहे हैं। यह वास्तव में एक मुश्किल काम है। वह काफी मेहनत कर रहे हैं।
प्रश्न:- इनेलो नेता अभय सिंह ने भी "हरियाणा यात्रा" करने का प्लान किया है, क्या कहेंगी ?
उत्तर:- यह उनकी पार्टी का एक निजी मामला है। कौन पार्टी क्या कर रही है, इससे हमें क्या लेना। लेकिन यह अवश्य कहूंगी कि जो भी पदयात्रा करें, उसके घुटनों में दम होना चाहिए। कोई भी यात्रा करें, वह उसे अवश्य पूरी भी करें। ऐसा ना हो कि पहले दिन झंडी दिखा दी जाए और 2 दिन बाद मना कर दे कि मुझे डॉक्टर ने चलने के लिए मना किया है।
प्रश्न:- 3 साल की सरकार में 'जजपा' का घोषणा पत्र कितना पूरा हुआ, कितनी संतुष्ट हैं आप ?
उत्तर:- 60 फ़ीसदी के लगभग हमारे कॉमन- मिनिमम प्रोग्राम थे, वह हमने किए हैं। एक पेंशन बढ़ाने का जो अहम मुद्दा था उस पर दुष्यंत लगा हुआ है बाकी लगभग वायदे हमने पूरे कर दिए हैं।
प्रश्न:- बुढ़ापा पेंशन 5100 ना हो पाने की टीस भिवानी कार्यक्रम में भी नजर आई ?
उत्तर:- पहले मन में यही था कि अगर अकेले सरकार आती तो तुरंत प्रभाव से बुढ़ापा पेंशन 5100 कर देंगे लेकिन जब समझौता चाहे परिवार का हो या सरकार का, वहां सबकुछ सोच समझकर करना होता है। 5100 रुपए पेंशन करने पर सरकार पर बहुत बड़ा वजन पड़ता है, यह दुष्यंत का काम है। क्योंकि उसके साथ ही डील हुई है तो इसे वही हैंडल करेंगे। मैं इस पर ज्यादा नहीं बोलूंगी।
प्रश्न:- आगामी 2 साल में चुनावी वायदों को पूरा करवाने को लेकर दुष्यंत से क्या उम्मीद करेंगे ?
उत्तर:- दुष्यंत अपनी बात में बहुत सक्षम है। बहुत समझदार है और बहुत मेहनती है। मेरा व सभी कार्यकर्ताओं का काम है पार्टी के लिए मेहनत करना। दुष्यंत का काम है कि जो वायदे किए हैं उन्हें सरकार में रहकर पूरा करवाना। इसलिए दुष्यंत अपना काम करेगा और हम पार्टी के लिए मेहनत करेंगे।
प्रश्न:- कार्यक्रम में युवा वर्ग दुष्यंत को भावी मुख्यमंत्री के रूप में नारेबाजी कर रहा था, आप दुष्यंत की मां है, इसलिए इस पर टिप्पणी करें ?
उत्तर:- मैंने भिवानी कार्यक्रम में स्टेज से भी यही बात कही थी कि सपने देखना सभी का अधिकार है। बिना सपने देखे कोई काम पूरा नहीं हो सकता। सपने रात में नहीं दिन में देखने चाहिए। दिन में सपने देखने का मतलब यह होता है कि हमें मेहनत करनी होगी और हम मेहनत के लिए तैयार हैं। 2019 में भी हमने बहुत मेहनत की थी और 2024 के लिए हम आज भी मेहनत कर रहे हैं और आगे भी करेंगे। बाकी फैसला जनता जनार्दन का काम है। हम मेहनत कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
प्रश्न:- महिलाओं की भागीदारी में आप की अहम भूमिका हमेशा रही है, इस पर कुछ बताएं ?
उत्तर:- महिलाओं ने मेरा बहुत साथ दिया है। चाहे हरी चुनरी चौपाल हो, वहां एक रिकॉर्ड बना है कि आज तक इतनी महिलाओं की इतनी बड़ी रैली कभी नहीं हुई थी। मैंने 6 विधानसभाओं में रैलियां की। जिनमें एक बहुत खुशी की बात यह रही कि जहां-जहां मैं महिलाओं को कह कर आई थी, जहां 100-150 महिलाओं को कहा, वहां से 250 महिलाएं कार्यक्रम में पहुंची। इसलिए महिलाएं मेरा बहुत साथ दे रही है।महिलाओं के काम करवाना मेरा काम है। हमने पंचायतों में भी 50 फ़ीसदी की भागीदारी महिलाओं को दिलवाई है।
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