हरियाणा में ''हर घर-हर गृहिणी'' योजना लेकर आई महिला सशक्तिकरण का पैगाम, रजिस्ट्रेशन 12 लाख से अधिक हुए
punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2024 - 06:21 PM (IST)
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी) : हरियाणा के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से चलाई गई 'हर गृह-हर गृहणी' योजना खाना पकाने के लिए स्वच्छ और सुघड़ समाधान प्रदान कर रही है। इस योजना ने राज्य की महिलाओं के मुख पर मुस्कान बिखेर दी है।
राज्य की महिलाएं आधिकारिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से पांच सौ रुपए में सब्सिडी पर सिलेंडर प्राप्त कर रही हैं। अब तक कुल साढ़े 12 लाख से अधिक महिलाएं पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर चुकी हैं और स्वच्छ घरेलु गैस का लाभ उठा रही हैं।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि बीपीएल परिवारों को स्वच्छ ईंधन मिले और महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार हो। इसी श्रृंखला में 'हर गृह-हर गृहिणी' योजना का शुभारम्भ किया गया और अब प्रदेश के बीपीएल परिवारों को काफी राहत मिली है। लाखों महिलाओं ने इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया है। कम आमदनी वाले घर जो फुल प्राइस पर एलपीजी नहीं खरीद सकते और खाना पकाने के लिए पारम्परिक संसाधनों पर निर्भर करते थे उन्हें इस योजना से खासकर फायदा पहुंच रहा है।
सरकार की यह योजना नारी सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहन देती है। नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए परिवार की सबसे उम्रदराज़ महिला के नाम पर सिलेंडर सब्सिडी दी जा रही है। हरियाणा के गांवों में बहुत से परिवार ऐसे हैं जो गरीबी रेखा से नीचे हैं और अब भी खाना बनाने के लिए पारम्परिक संसाधनों का इस्तेमाल करते हैं। महिलाओं को खाना बनाने के इन पारम्परिक संसाधनों के साथ दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है।
महिलाओं के लिए 'हर गृह - हर गृहिणी' योजना वरदान साबित हो रही है। एलपीजी के इस्तेमाल से पर्यावरण स्वच्छ रहता है। पारम्परिक ईंधन संसाधनों से वायु प्रदूषण बढ़ता हैं जो सेहत के लिए भी हानिकारक हैं। महिलाओं को इनसे होने वाले धुएं से सांस के रोग होते हैं। 'हर गृह - हर गृहिणी' योजना को हरियाणा के गांव-गांव तक पहुंचाया गया है।
घर बैठे मिल रही सब्सिडी
हमने इस बारे में प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में रहने वाली महिलाओं से बात की। अम्बाला के मुलाना में पट्टी भगरदु गांव की रहने वाली जरनेलो देवी बताती हैं कि सरकारी सहायता से अब मेरे खाते में सब्सिडी आ जाती है। कैथल के गांव गुलियाणा की प्रमिला बताती हैं कि मैं पहले चूल्हे पर खाना बनाती थी और परिवार को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब मुझे सिलेंडर के लिए सरकार से सब्सिडी मिल रही है और जीवन आसान हो गया है।
फतेहाबाद की अंजना रानी कहती हैं कि अब सरकार की ओर से मुझे सिलेंडर के लिए सब्सिडी मिल रही है जिससे आर्थिक बोझ घटा है। हांसी की शकुंतला कहती हैं कि सिलेंडर सब्सिडी मिलने से मेरे रसोई खर्च में बचत हुई है। मैं 'हर गृह-हर गृहिणी' योजना चलने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह का धन्यवाद करती हूँ।