जयपुर में हरियाणा के लाल की हार्ट अटैक से मौत, राजकीय सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई(VIDEO)

punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2020 - 05:59 PM (IST)

पलवल(दिनेश): हरियाणा के सपूत हवलदार जयपाल(38) की जयपुर स्थित आर्मी कैंप में फिजिकल ट्रेनिंग के दौरान हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। आज सुबह जयपाल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव अमरोली लाया गया। जहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि देते हुए अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर अमरोली के साथ आसपास के दर्जनों गांवों के लोग मौजूद रहे।  

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पार्थिव शरीर को लेकर अमरोली गांव आए हवलदार हरदत्त ने बताया कि शुक्रवार सुबह रोजाना की तरह मैदान में फिजिकल परेड चल रही थी। परेड के दौरान जयपाल को अचानक सीने में दर्द की शिकायत हुई। जिसके बाद उसे उपचार के लिए आर्मी अस्पताल ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने बताया कि जयपाल को हार्ट अटैक हुआ है। उन्होंने कहा कि उपचार के बाद भी जयपाल को बचाया नहीं जा सका। 

शनिवार सुबह 11 बजे जयपाल के पॉर्थिव शरीर को पैतृक गांव अमरोली लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी गई। जयपाल के पॉर्थिव शरीर को उनके 12 वर्षीय पुत्र निशांत ने मुखाग्नि दी तो माहौल गमगीन हो गया। सैंकड़ों लोगों ने जयपाल अमर रहे, वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। 

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वहीं पलवल से विधायक दीपक मंगला ने बताया कि शहीद के पॉर्थिव शरीर पर पुष्प चक्कर अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि सरकारी नियमानुसार शहीद के परिवार को आर्थिक मदद दी जाएगी। ग्राम पंचायत की तरफ किसी भी प्रकार मांग आएगी उसे सरकार से पुरा कराया जाएगा। विधायक ने गांव में शहीद के नाम से पार्क या स्टेडियम बनवाने की भी बात कही ताकि युवाओं के मन में देशभक्ति की भावना को और मजबूत किया जा सके।

सेना में बच्चों को बड़ा अधिकारी बनाने चाहते थे: जयपाल
पत्नी कविता ने बताया कि वह हमेशा कहा करते थे कि बच्चों का जीवन बहुत ऊपर उठाना है, वह बच्चों को आर्मी में बड़ा अधिकारी बनाना चाहते थे। बता दें कि जयपाल सिंह नागर के दो बच्चे हैं एक  14 वर्षीय बेटी अंजलि और 11 वर्षीय बेटा दिशांत है। जो जयपाल सिंह के साथ ही जयपुर में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। जयपाल की आर्मी कैंप में ग्रेनेडियर ब्रिगेड में तैनाती थी 

अमरोली गांव से 435 जवान सेना में कार्यरत
पलवल से पूर्व विधायक सुभाष चौधरी और ग्रामीण बुजुर्ग हरिचंद ने बताया कि अमरोली गांव सैनिकों का गांव हैं। यहां के नौजवानों में सेना में जाकर देश की सेवा करने का चाव रहता है। इस समय गांव में 435 सैनिक और अधिकारी सेना की विभिन्न ब्रिगेडों में कार्यरत हैं। 


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Edited By

vinod kumar

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