शर्मनाकः बेटे को पेशाब की नली लगवाने रेहड़ी पर पहुंचे अस्पताल, स्टाफ बोला 'डॉक्टर उपलब्ध नहीं'

punjabkesari.in Sunday, Mar 29, 2020 - 02:09 PM (IST)

यमुनानगर(सुरेन्द्र)-  आज जहां कोरोनावायरस जैसी भयंकर बीमारी को लेकर डॉक्टर अपनी जान की परवाह किए बगैर मरीजों का इलाज करने में लगे हुए हैं वहीं ऐसा लग रहा यमुनानगर के निजी अस्पतालों के डॉक्टरों व स्टाफ की इंसानियत इतने मर चुकी है दरअसल एक मरीज को पेशाब की नली लगवाने के लिए एक परिवार को दर-दर भटकने को मजबूर होना पड़ा।

जानकारी के अनुसार लाजपत नगर निवासी रामाश्रय के बेटे का चंडीगढ़ में टीवी का इलाज चल रहा है फिलहाल वह यमुनानगर में अपने निवास स्थान पर डॉक्टरों द्वारा दी गई दवाइयां खा रहा है। रामाश्रय ने बताया कि उसके बेटे की हालत काफी खराब है और कमजोरी के कारण वह चलने फिरने में भी मोहताज हैं । यही कारण है कि  बिस्तर पर ही पेशाब करने को मजबूर है। वह अपने बेटे को बाथरूम की नली लगवाने को लेकर अस्पताल जाने लगा मगर उसे कोई साधन नहीं मिला जिसके चलते उसने अपने सब्जी की रेहड़ी को ही साधन बनाया और बेटे को लेकर अस्पताल चल पड़ा।   वह अपने बेटे को लेकर पहले एक और फिर दूसरे निजी अस्पताल में पहुंचा लेकिन दोनों ही अस्पताल के स्टाफ ने उसे यह कहकर वापस भेज दिया कि अस्पताल में डॉक्टर उपलब्ध नहीं है ।

इसके बाद वह फिर रेहड़ी पर अपने बेटे को लेकर एक अन्य अस्पताल में पहुंचा जहां स्टाफ ने उसकी समस्या को सुना और उसे बाथरूम की नली लगाई ।उसने बताया कि वह अपने साथ बाथरूम की नली व अन्य सामान भी ले कर गया था लेकिन दो निजी अस्पताल के स्टाफ ने उसे सहयोग नहीं किया।
 


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Isha

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