हरियाणा की शान कुश्ती को 2026 राष्ट्रमंडल खेलों से किया गया बाहर, पहलवानों ने जताई नाराजगी (VIDEO)

punjabkesari.in Thursday, Apr 14, 2022 - 02:53 PM (IST)

सोनीपत (सन्नी मलिक): राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती के बाहर किए जाने से हरियाणा के पहलवानों को बहुत बड़ा झटका लगा है। इस फैसले से पहलवान और कोच बहुत ज्यादा नाराज दिखाई दे रहे हैं। पहलवानों का कहना है कि कुश्ती हरियाणा की शान है और वह सभी पहलवानों के रग-रग में बसी हुई है।

पहलवानों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता कोई भी हो कुश्ती के खेल में ही सबसे ज्यादा पदक हरियाणा ने जीते हैं और हरियाणा के पहलवानों में एक जुनून भी है। इसी के तहत अभी तक के सबसे ज्यादा पदक कुश्ती में ही आए हैं। 2026 में विक्टोरिया राज्य के अंदर होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती का सामना करना एक बहुत बड़ी गलती है। कुश्ती को इस प्रतियोगिता में शामिल जरूर करना चाहिए ,क्योंकि कुश्ती में हरियाणा के पहलवान दुनिया भर में मशहूर है और हरियाणा का नाम रोशन कर चुके हैं। राष्ट्रमंडल खेलों को हटाना पहलवानों के लिए अच्छी खबर नहीं है।

इससे बहुत ज्यादा प्रभाव पहलवानों पर पड़ेगा। इसलिए वह सरकार से अपील करते हैं कि वह अपना पक्ष मजबूती से रखें और कुश्ती को राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर ना किया जाए। आपको बता दें कि राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं में विनेश फोगाट सुमित मलिक और बजरंग पूनिया का नाम शामिल है और रजत पदक विजेताओं में पूजा ढाडा, मौसम खत्री और बबीता फोगाट और कांस्य पदक वालों में सोमबीर कादयान, साक्षी मलिक व किरण विश्नोई के नाम शामिल हैं। हरियाणा की कुश्ती को लेकर ही बॉलीवुड में दंगल और सुल्तान फिल्में भी बनाई जा चुकी हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Isha

Recommended News

Related News

static