यहां कूड़े फैकने के स्थान की पहरेदारीकर रहे है लोग, वजह जान रह जाएंगे हैरान

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 12:41 PM (IST)

भिवानी (अशोक): कूड़े व गंदगी से निजात पाने के लिए भिवानी के नागरिकों ने अनूठा रास्ता अपनाते हुए गंदगी के ढ़ेर वाली जगह को खुद ही साफ कर वहां पर टैंट लगाकर पहरा देना शुरू कर दिया तो कही सीसीटीवी लगाकर एक हजार रूपए जुमार्ना लगाने का बैनर लगाया है। भिवानी नगर परिषद द्वारा सफाई की समुचित व्यवस्था न किए जाने से भिवानी शहर के अलग-अलग गली-महौल्लों में इस प्रकार के नजारे देखने को आम मिल जाते हैं, जहां गंदगी का ढ़ेर लगा हुआ हैं।

भिवानी के पुरानी अनाज मंडी स्थित हालु महौल्ला में दुकानदारों ने आपस में मिलकर कूड़े डंपिंग के स्थान को साफ करने के बाद वहां पर कूड़ा डालने वालों पर हजार रूपये का हिदायती बैनर लगा दिया तो वही भिवानी के पतराम गेट पर स्थित गौमानिया लुहार वाली गली में लोगों ने गंदगी हटाने के बाद वहां पर तख्त डालकर टैंट लगा दिया तथा दिन-रात 8 से 10 युवा वहां पहरा देते है कि कोई व्यक्ति गंदगी न डाले। वही हनुमान गेट, जैन चौक में भी गंदगी वाले स्थानों की पहरीदारी लोगों ने शुरू कर दी।  भिवानी के नागरिक कैलाश गुप्ता, अनिल सोनी, राजकुमार व रोहताश ने बताया कि स्थानीय प्रशासन उनके क्षेत्र में सफाई को लेकर ध्यान नहीं देता। इसको लेकर जगह-जगह डंपिंग प्वाईंट बन गए हैं। इसीलिए उन्होंने सामूहिक तौर पर इन स्थानों की पहरीदारी शुरू की है, ताकि लोग इन स्थानों पर गंदगी न डाले तथा इन स्थानों को गंदगी से बचाया जा सकें।

गौरतलब है कि जिन डंपिंग स्थानों पर पहरा लगा है, उनके पास ही अन्य डंपिंग स्थान बनने लगे हैं। इसका स्थाई हल नगर परिषद ही निकाल सकती है। इस बारे में जब भिवानी नगर विधायक घनश्याम सर्राफ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गंदगी को लेकर गंभीर है। सरकार ने नगर परिषद को 10 ऑटो व दो जेसीबी मशीन पहले से उपलब्ध साधनों से अतिरिक्त नगर परिषद में लगाई है। इसके अलावा उन्होंने 20 लाख रूपये विधायक कोष से तथा यहां के सांसद कोष से भी पैसा नगर परिषद को दिया गया है। इसके बाद भी कही समस्या है तो स्थानीय पार्षदों को चाहिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में डंपिंग स्थानों की सफाई करवाएं तथा उपलब्ध साधनों का उचित प्रयोग करें। गौरतलब है कि भिवानी शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर प्रशासन के अलावा अब आम नागरिकों की भी जागरूकता जरूरी है, तभी यह समस्या जड़ से मिट पाएंगी। 

 


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Isha

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